हरिद्वार। मासूम बच्चे से कुकर्म करने के मामले में विशेष न्यायाधीश पॉक्सो अंजलि नौलियाल ने दोषी युवक को आजीवन कारावास व 50 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। शासकीय अधिवक्ता आदेशचन्द चैहान ने बताया कि नौ सितंबर 2020 में भगवानपुर क्षेत्र के गांव में एक सात वर्षीय बालक घर के बाहर खेल रहा था। इसी आरोपी युवक वहां आया और मासूम बच्चे को अपने साथ जंगल में ले गया था। जहां आरोपी युवक ने उसके साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया था। मासूम बच्चे ने घर आकर परिजनों को सारी आपबीती बताई थी। उसी दिन मासूम बच्चे के परिजनों ने आरोपी युवक के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कराया था। घटना के दो दिन के बाद पुलिस ने आरोपी शौकीन उर्फ किन्ना पुत्र साजिद उर्फ किस्सा निवासी ग्राम सिसौना थाना भगवानपुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। पुलिस ने केस की विवेचना के बाद आरोपी के खिलाफ न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल किया था। वादी पक्ष ने साक्ष्य में सात गवाह पेश किए। दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायालय ने शौकिन को दोषी पाया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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