हरिद्वार। मां चंडी देवी मंदिर परमार्थ ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा है कि शहर में बढ़ते स्मैक के नशे पर प्रशासन को लगाम लगानी चाहिए। युवा पीढ़ी स्मैक के नशे में लगातार बर्बाद हो रही है और साथ ही शहर का माहौल भी खराब हो रहा है। सिद्ध स्थल मां चंडी देवी मंदिर के प्रांगण में प्रैस को जारी बयान में महंत रोहित गिरी महाराज ने कहा कि हरिद्वार शहर में स्मैक का नशा बढ़ता जा रहा है। छोटे-छोटे युवा नशे की चपेट में आकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन अवैध रूप से स्मैक बेचने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हम अपने घर को साफ रखते हैं। उसी प्रकार समाज को साफ रखना भी सभी का कर्तव्य है। आम आदमी को अपने आसपास बिक रहे अवैध रूप से नशे के सामान के खिलाफ जोर शोर से आवाज उठानी चाहिए। क्योंकि नशे की चपेट में किसी भी घर परिवार का व्यक्ति आ सकता है। धर्म नगरी हरिद्वार करोड़ों सनातन प्रेमियों की आस्था का केंद्र है। ऐसे में हरिद्वार शहर का माहौल खराब नहीं होना चाहिए। नशे की पूर्ति के लिए छोटे-छोटे युवा चैन स्नैचिंग, बाइक चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। शहर में अपराध की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में प्रशासन को सतर्कता दिखाते हुए अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि धर्म नगरी की गरिमा के साथ खिलवाड़ ना हो सके। उन्होंने सभी हरिद्वार वासियों से अपील करते हुए कहा कि जिन कॉलोनी एवं स्थानों पर नशे का सामान अवैध रूप से बिक रहा है। उसके खिलाफ वहां के लोगों को सख्त आवाज उठानी चाहिए और अवैध रूप से नशे का धंधा करने वालों को एनडीपीएस की धाराओं में जेल भिजवाना चाहिए। श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल के कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि युवा पीढ़ी देश का भविष्य है। स्मैक जैसे घातक नशे का शिकार होकर युवा पीढ़ी बर्बादी की तरफ जा रही है। स्मैक के नशे व अपराध से युवा वर्ग को बचाने के लिए सभी को आगे आना होगा। सभी के सम्मिलित सहयोग से ही स्मैक से युवा वर्ग को बचाया जा सकता है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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