हरिद्वार। शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि साजिश के तहत भारत को इस्लामीकरण का केंद्र बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। प्रैस को जारी बयान में महामंडलेश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि संत समाज ने हिन्दू हितों की रक्षा में सदेव अग्रणी भूमिका निभायी है। संत समाज का दायित्व है कि देश की एकता अखण्डता को तोड़ने के प्रयासों का एकजुट होकर विरोध करे। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा पूरे विश्व को एकता और भाईचारे का संदेश दिया है। अनेक बार विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत पर हमला कर देश की संप्रभुता का खण्डित करने का प्रयास किया। लेकिन भारतीय समाज की एकजुटता के चलते उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं हो पाए। सनातन धर्म का अर्थ ही ही मानवता की रक्षा करना है। सनातन धर्म गुरूओं का दायित्व है कि एकजुट होकर मानवता की रक्षा के लिए समाज को वैचारिक नेतृत्व प्रदान करें। धर्म के प्रति अज्ञानता के चलते ही विशाल हिन्दू समाज को दुर्गति का शिकार होना पड़ रहा है। हिन्दू समाज को अपना अस्तित्व बचाने के लिए संत समाज के नेतृत्व में संघर्ष का रास्ता अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र है और हमेशा हिन्दू राष्ट्र ही रहेगा। विदेशी ताकतों के मंसूबों को संत समाज कभी पूरा नहीं होने देगा।
हरिद्वार। शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि साजिश के तहत भारत को इस्लामीकरण का केंद्र बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। प्रैस को जारी बयान में महामंडलेश्वर स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि संत समाज ने हिन्दू हितों की रक्षा में सदेव अग्रणी भूमिका निभायी है। संत समाज का दायित्व है कि देश की एकता अखण्डता को तोड़ने के प्रयासों का एकजुट होकर विरोध करे। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा पूरे विश्व को एकता और भाईचारे का संदेश दिया है। अनेक बार विदेशी आक्रमणकारियों ने भारत पर हमला कर देश की संप्रभुता का खण्डित करने का प्रयास किया। लेकिन भारतीय समाज की एकजुटता के चलते उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं हो पाए। सनातन धर्म का अर्थ ही ही मानवता की रक्षा करना है। सनातन धर्म गुरूओं का दायित्व है कि एकजुट होकर मानवता की रक्षा के लिए समाज को वैचारिक नेतृत्व प्रदान करें। धर्म के प्रति अज्ञानता के चलते ही विशाल हिन्दू समाज को दुर्गति का शिकार होना पड़ रहा है। हिन्दू समाज को अपना अस्तित्व बचाने के लिए संत समाज के नेतृत्व में संघर्ष का रास्ता अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि भारत हिन्दू राष्ट्र है और हमेशा हिन्दू राष्ट्र ही रहेगा। विदेशी ताकतों के मंसूबों को संत समाज कभी पूरा नहीं होने देगा।
Comments
Post a Comment