हरिद्वार। महामना मदन मोहन मालवीय जी के एकमात्र मंत्र दीक्षित शिष्य त्यागमूर्ति गोस्वामी गणेश दत्त महाराज के सप्त ऋषि आश्रम में महामना मालवीय जी की जयंती गरिमा पूर्ण तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर महामना की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया। श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा के बैनर तले महामना की जयंती का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा पंजाब के अध्यक्ष इंद्रमोहन गोस्वामी महामंत्री डॉक्टर देशबंधु श्री महावीर दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वरूप बिहारी शरण केके अग्रवाल सुधीर कुमार गुप्ता सुभाष सिंह घई श्री मिथिलेश सनातन धर्म इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य श्रीमती मीनाक्षी शर्मा सप्त ऋषि आश्रम के प्रबंधक विनोद सैनी आदि ने महामना मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इंद्र मोहन गोस्वामी ने कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय ने शिक्षा के क्षेत्र में महान कार्य किया डॉक्टर देशबंधु ने कहा कि वे सच्चे मानववादी थे उनके विचार हमेशा प्रासंगिक रहेंगे
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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