हरिद्वार। चार दिन से मृत गाय का शव न उठाने पर मां गंगा समाज सेवा समिति संस्था के लोगों का गुस्सा भड़क गया। नाराज लोग मंगलवार सुबह गाय के शव को लेकर नगर निगम पहुंचे और धरने पर बैठ गए। अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए शिकायत के बाद भी गाय के शव को न उठाने का आरोप लगाया। लोगों की नाराजगी को देखते हुए अधिकारियों ने इस संबंध में एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के साथ ही मृत गोवंश को दफनाने के लिए जेसीबी लगाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद लोग शांत हो पाए। समिति के अध्यक्ष अनिकेत गिरी ने बताया कि उनकी संस्था दुर्घटना में घायल व बीमार गोवंशों का उपचार पंतद्वीप स्थित गोशाला में करती है। पिछले चार दिन पहले एक बीमार गोवंश का उपचार किया जा रहा था। उपचार के दौरान गाय की मौत हो गई। जिसके तुरंत बाद शव को उठाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को जानकारी दी गई। लेकिन अधिकारी कभी अगले दिन तो कभी कुछ देर बाद वाहन भेजने की बात कहकर टालते रहे। सोमवार की रात 10 बजे तक भी जब शव उठाने के लिए वाहन नहीं भेजा गया तो समिति के साथ ही स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया। मंगलवार सुबह एकत्र होकर नगर निगम कार्यालय पर गाय के शव को रखकर धरना देने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने बताया कि धरने के दौरान सहायक नगर आयुक्त तनवीर सिंह मारवाह ने आश्वासन दिया है कि गोवंश को लेकर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। जबकि शहर में दुर्घटना या बीमारी के कारण मृत होने वाले गोवंश को उठाकर दफनाने के लिए एक जेसीबी 24 घंटे के लिए लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर अधिकारियों के आश्वासन के मुताबिक कार्य नहीं हुआ तो नगर निगम में फिर से धरने पर बैठने को मजबूर होंगे। धरना देने वालों में दीपक प्रजापति, अंकुश कुमार, सौरभ वशिष्ठ, आशीष अग्रवाल, अश्वनी कश्यप, दीपक जोशी, विपिन यादव, संजय पाठक, प्रिंस साहू, सुरजीत फौजी, अनुज कश्यप, योगेश, सुमित, सोनू, श्रवण गिरी आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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