हरिद्वार। सप्तऋषिक भाजपा मंडल अध्यक्ष की कथित टिप्पणी से आहत संतों ने हरकी पैड़ी पर धरना दिया। सुभाष घाट पर आयोजित धरने में संतों ने दो टूक शब्दों में भाजपा नेता के निष्कासन की मांग को दोहराया। आरोप है कि सोशल मीडिया पर चर्चा के दौरान भाजपा नेता ने संतों को लेकर गलत टिप्पणी की। भाजपा नेता की टिप्पणी के बाद से संतों में आक्रोश बना हुआ है। शनिवार को श्री वेदांत आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ओमानंद के नेतृत्व में संत सुभाष घाट पहुंचे और धरना शुरू किया। इस दौरान स्वामी ओमानंद ने कहा कि सोशल मीडिया पर चर्चा के दौरान उन्होंने केवल ये कहा था कि हर विभाग अपनी मर्जी से गलियों को खोद देता है,जिससे जनता को परेशानी होती है। योजना ऐसी बनाई जानी चाहिए कि सड़क की खुदाई एक बार हो। इतना बोलने पर भाजपा नेता आपे से बाहर हो गए और उन्होंने संतों को लेकर कथित टिप्पणी करनी शुरू कर दी। स्वामी ओमानंद का कहना है कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने का अधिकार है। उन्होंने कोई गलत आवाज नहीं उठाई। भाजपा नेता को अपना पक्ष रखना चाहिए था न कि संतों के सम्मान में वे कथित टिप्पणी करते। स्वामी ओमानंद ने दावा कि घटना का पता चलते ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उनसे मिलकर खेद जताते हुए भाजपा नेता द्वारा माफी मांगने की बात कही थी। साथ ही आश्वासन दिया था कि माफी न मांगने पर पार्टी को निष्कासन के लिए कहा था। चार दिन बाद भी भाजपा नेता ने माफी नहीं मांगी और न ही पार्टी ने उसका निष्कासन किया। जिससे संत समाज में आक्रोश बना हुआ है। स्वामी विनोद गिरि और विवेकानंद ने कहा कि जल्द इस पर कार्रवाई नहीं हुई तो संतों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारे संरक्षक स्वामी गुरमुखदास व प्रेम दास ने संतों को दो दिन दिन शांत रहने का आश्वासन दिया है। उनका कहना है कि यदि भाजपा संगठन इस पर कुछ कार्रवाई नहीं करता है तो संतों द्वारा हरिद्वार में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। धरने में कान्हा नंद गिरी, स्वामी ऋषि वशिष्ठ, स्वामी मुकेश, स्वामी प्रेम दास, स्वामी सहज प्रकाश, हिमांशु पांडे, दीपक पांडे, प्रवीण जोशी, आचार्य कृष्ण शास्त्री, आचार्य संजय सांवरिया, विपुल पांडे, अंकित, राजकुमार अग्रवाल, तुषार,मनीष दास आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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