हरिद्वार। उत्तराखंड पेयजल निगम कर्मचारी महासंघ के गढ़वाल मंडल अधिवेशन में पदाधिकारियों का निर्विरोध चुनाव किया गया। साथ ही पेयजल निगम के कर्मचारियों की समस्याओं से संबंधित 14 सूत्रीय मांग पत्र निगम के मुख्य अभियंता को सौंपा गया। उन्होंने जल्द ही समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। सोमवार को पेयजल निगम निर्माण शाखा कार्यालय परिसर में उत्तराखंड पेयजल निगम कर्मचारी महासंघ की ओर से गढ़वाल मंडल अधिवेशन का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेशभर से कर्मचारियों ने शिरकत की। मुख्य अतिथि के रूप में मुख्य अभियंता एससी पंत, महाप्रबंधक (गंगा) दीपक मलिक पहुंचे। अधिवेशन में मंडल का निर्विरोध चुनाव करते हुए शेखरानंद जोशी को मंडल अध्यक्ष, भगवती प्रसाद को मंडल उपाध्यक्ष, शलभ मित्तल को मंडल सचिव, गिरीश चंद्र द्विवेदी को संगठन मंत्री, नरेंद्र पाल को प्रचार मंत्री चुना गया। मुख्य अभियंता एससी पंत ने सभी को शपथ ग्रहण कराई। इसके बाद महासंघ ने 14 सूत्रीय मांग पत्र उन्हें सौंपा। एससी पंत ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मंडल के पदाधिकारी कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए अग्रसर रहेंगे। कहा कि कर्मचारियों की ज्यादातर मांगें शासन स्तर की है, जिन्हें जल्द पूरा कराने का प्रयास किया जा रहा है। वेतन-भत्ते की समस्या कुछ दिन की ही रह गई है। आचार संहिता से पहले पहले सभी मांगें पूरी कराने के लिए प्रयासरत रहेंगे। महाप्रबंधक दीपक मलिक ने कहा कि पेयजल निगम हित में कार्य करते हुए निगम को आगे बढ़ाएं। पेयजल निगम हरिद्वार के अधिशासी अभियंता मो. मीसम ने कहा कि कर्मचारी महासंघ के कार्य प्रशंनीय है। इस दौरान ई.ई. चारु अग्रवाल, प्रांतीय अध्यक्ष विजय खाली, सचिव गौरव बर्तवाल, सलाहकार धर्मेंद्र चैधरी, उपाध्यक्ष पंकज मर्तोलिया, संयुक्त मंत्री कमल कुमार, संरक्षक राम कुमार रोहिवाल, जिलाध्यक्ष कुमार गौरव, सचिव अनुराग शर्मा, कोषाध्यक्ष अंचित पाराशर, प्रचार मंत्री शिव शर्मा आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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