हरिद्वार। ऊर्जा कामगार संगठन की चीला यूनियन भवन में मंडल अध्यक्ष दिनेश चंद्र बिष्ट की अध्यक्षता में हुई बैठक में परियोजना के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में मांगें नहीं मानने पर छह दिसंबर को धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कर्मचारी पदोन्नति कमेटी की ओर से चीला में गलत तरीके से प्रमोशन कराए जा रहे हैं। समान वेतन में प्रमोशन कराए जा रहे हैं। जिसका संगठन 2016 से विरोध करता आ आ रहा है। लेकिन विभागीय अधिकारी कर्मचारियों को कुचलने का कार्य कर रहे हैं। परियोजना सचिव सूर्य प्रकाश पुरोहित ने कहा कि इस संबंध में महाप्रबंधक गंगा वैली व महाप्रबंधक एचआर को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया है, लेकिन महाप्रबंधक द्वारा कर्मचारियों की मांगों को अनसुना किया जा रहा है। अन्य संगठनों के दबाव में गलत तरीके से पदोन्नति की जा रही है। जबकि अधिकारियों को अवगत कराया गया कि वाहन चालक पंप ऑपरेटर टेंपरेचर ऑपरेटर टीजी 2 व विद्युत टीजी 2 यांत्रिक समान वेतन भोगी हैं। सबकी सुविधाएं एक समान हैं। लेकिन अधिकारी अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए 1995 नियमावली का हवाला देते हुए पदोन्नति की बात कर रही है जो सरासर गलत है। बैठक में तय किया गया कि अगर महाप्रबंधक गंगा मैली द्वारा इस विज्ञप्ति को निरस्त नहीं किया गया तो संगठन बाध्य होकर छह दिसंबर को महाप्रबंधक मुख्यालय मायापुर हरिद्वार में धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा। उन्होंने निगम अधिकारियों पर कर्मचारियों को आपस में लड़ाने का आरोप भी लगाया। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि विद्युत गृह के कार्यों में भी अनियमितताएं बरती जा रही हैं। उसको छिपाने के लिए कर्मचारियों को लड़ाया जा रहा है। जिसके खिलाफ ऊर्जा कामगार संगठन धरना प्रदर्शन करेगा।बैठक में प्रांतीय महासचिव सूर्य प्रकाश पुरोहित, प्रांतीय कार्यवाहक अध्यक्ष नरेंद्र सिंह बिष्ट, सत्येंद्र कुमार, मंसाराम, लोकेंद्र भंडारी, विशन दत्त, सुरेंद्र कुमार, संगीता बमराड़ा, आशुतोष, अंकित, नंदन सिंह, चंद्र बल्लभ, कुशाल सिंह, मनोज कुमार, बलवीर सिंह, जगदीश उपाध्याय आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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