हरिद्वार। अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति उत्तराखंड पेयजल निगम के हरिद्वार पेयजल निगम के कर्मचारियों ने शनिवार को बैठक कर निगम के कर्मचारियों एवं पेशनरों का वेतन एवं पेन्शन कोषागार के माध्यम से नही होने के सम्बन्ध में शासनादेश जारी नही किये जाने पर तीन जनवरी से आंदोलन शुरू करने का निर्णय लिया। तीन जनवरी से कर्मचारियों द्वारा पूर्ण रूप से असहयोग आंदोलन शुरू किये जाने के सम्बन्ध में बैठक में रणनीति पर चर्चा की गयी। विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने बैठक में शामिल होते हुए मांगो पर जोर दिया। बैठक में कर्मचारियों ने पेयजल के साथ ही सीवर की सेवा ठप कर नो वर्क, नो पेय करने का ऐलान किया है। आज रविवार तक पेयजल निगम और जल संस्थान के कर्मचारियों के साथ ही पेशनरों को वेतन, पेंशन का भुगतान ट्रेजरी के माध्यम से नहीं करने का शासनादेश जारी न करने पर सोमवार से आंदोलन करने की चेतावनी दी है। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि पेयजल मंत्री की अध्यक्षता में 26 अक्तूबर की बैठक में निर्णय लिया गया था कि पेयजल निगम में अग्रेत्रर निर्माण कार्यो में प्रतिशत आधार पर सेन्टेज देय नहीं होगी। लेकिन कार्मिकों के वेतन, पेंशन, भत्तों एवं अधिष्ठापन से संबंधी राज्य सरकार की योजना मद में ही सेन्टेज रूप में एक मुश्त भारित किए जाएंगे। प्रत्येक माह वेतन, पेन्शन का भुगतान कोषागार के माध्यम से किया जाएगा। लेकिन दो महीने बीतने के बाद भी आज तक आश्वासन के अनुपालन में कोई शासनादेश निर्गत नहीं किया गया है। बैठक में कहा गया कि पेयजल मंत्री के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है,जिससे अनावश्यक तौर पर सरकार की छवि खराब हो रही है और नौकरशाही के सरकार पर हावी होने का संदेश प्रसारित हो रहा है। पेयजलमंत्री के आश्वासन की गरिमा विद्यमान रखने हेतु समन्वय समिति के अध्यक्ष एवं महामंत्री पिछले 28दिसम्बर से पेयजल निगम मुख्यालय पर आमरण अनशन पर है। दोनो का स्वास्थ्य लगातार खराब हो रहा है,जिससे व्यथित होकर कर्मचारियों ने निराश होकर कर्मचारियों ने सोमवार तीन जनवरी से नो पे-नो वर्क को पूर्णतः लागू कर पूर्ण असहयोग शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान कुमार गौरव, शलभ मित्तल, अरूण कुशवाह, चंडी प्रसाद शर्मा, जीपी गैरोला, अवनिश कुमार, अनुराग शर्मा, सिद्धार्थ कुमार, अंचित पाराशर, सोम सिंह, अनिकेत शर्मा, धनसिंह नेगी, बृजपाल शर्मा, उत्तराखण्ड जल संस्थान से धनसिंह नेगी, अमित कुमार आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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