हरिद्वार। नियमित किए जाने की मांग को लेकर दक्षेश्वर कालोनी के लोगों क्रमिक अनशन नौवें दिन भी जारी रहा। भारी बारिश के बावजूद दक्षेश्वर समिति के तत्वावधान में चल रहे आंदोलन में बड़ी संख्या में कॉलोनीवासी शामिल हुए। शनिवार को शांति देवी, संतोष, रुकमणी, रामप्यारी, अशोक, विशेश्वर दत्त नौटियाल, विजय प्रजापति, दीपक गोनियाल आदि धरने पर बैठे। इस दौरान हुई सभा में प्रशासन तथा नगर विधायक के आश्वासन पर धरना स्थगित करने का फैसला किया गया। सभा को संबोधित करते हुए समिति के अध्यक्ष रवि शर्मा ने कहा कि कहा कि सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिला अधिकारी को ज्ञापन दिया गया है। ओम दत्त शर्मा व रवि शर्मा ने बताया कि धरना केवल कालोनी को नियमित किए जाने को लेकर दिया जा रहा था। प्रशासन व नगर विधायक के जांच कर कार्रवाई किए जाने के आश्वासन पर भरोसा व्यक्त करते हुए पर भरोसा व्यक्त करते आंदोलन को स्थगित किया जा रहा है। यदि मांग पूरी नहीं होती तो आंदोलन फिर शुरू कर दिया जाएगा। ओम दत्त शर्मा व महामंत्री दीपक राज ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि सजग रहकर लक्ष्य को प्राप्त किया जाएगा। इस दौरान सूरज प्रकाश, महेंद्र, नानूराम, दीपक नौटियाल, अशोक कुमार, मन्नू शर्मा, सोनी, मुन्ना, अनीता, सावित्री, संतोष देवी आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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