हरिद्वार। सर्दी के सितम का कहर जारी है। शनिवार को भी कड़ाके की ठंड ने लोगों को अपने घरों में रहने को मजबूर कर दिया। अहले सुबह के समय से ही चंडीपुल पार व हर की पैड़ी के आसपास कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को हरिद्वार का अधिकतम तापमान 12 और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले तीन दिनों से जारी कड़ाके की सर्दी का सितम शनिवार को भी जारी रहा। लगातार कड़ाके की ठंड ने धर्मनगरी के जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया। गिरते तापमान के चलते लोगों को घरों में ही रहने को मजबूर होना पड़ा। कपकपाती सर्दी के कारण लोग भी अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकले। वही दूसरी ओर सरकारी कार्यालयों में उपस्थित कर्मचारी ठंड से बचने के लिए हीटर और ब्लोवर का सहारा लेते दिखे। जबकि कई स्थानों पर अलाव का सहारा लेते लोग दिखाई दिए। कड़ाके की सर्दी का असर बाजारों में भी दिखाई दिया। शहर की सड़कों पर भी आम दिनों की तुलना में आवाजाही कम देखने को मिली। शहर के बाजारों एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लोग अलाव का सहारा लेते भी दिखाई दिए। दिन भर छाए कोहरे के कारण धर्मनगरी के बाजारों में दुकानों से ग्राहक नदारद दिखे। इस दौरान कुछ दुकानों में लोग गर्म कपड़े एवं हीटर, ब्लोवर खरीदते दिखाई दिए। हरिद्वार,कनखल,ज्वालापुर तथा भेल क्षेत्र के बाजारों में भी ठंड का असर दिखाई दिया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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