हरिद्वार। बहादराबाद क्षेत्र में वन विभाग और मिट्टी उठाने वाले लोगों के बीच कहासुनी हो गई। सूचना मिलने पर वन क्षेत्राधिकारी दिनेश नौडियाल ने मौके पर आकर मिट्टी से भरी दो गाड़ियां पकड़ ली,जबकि एक गाड़ी मौके से भाग निकली। टीम ने गाड़ी को करीब दो किलोमीटर दूर सिडकुल-बहादराबाद हाईवे पर पकड़ ली। इस दौरान मिट्टी उठाने वालों और दिनेश नौडियाल के बीच जमकर कहासुनी हुई। सुरक्षा की दृष्टि से चैकी में विभाग की सुरक्षा दल टीम तैनात की गई है। उधर मिट्टी उठाने वालों लोगों का कहना है कि उनके पास मिट्टी उठाने का परमिशन है। आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि वन विभाग ने परमिशन दिलाने पर मोटी रकम की डिमांड की थी। जिसे मनाने से इनकार कर दिया था। उसके बाद वन विभाग ने जानबूझकर उनकी गाड़ियों को रोका और ट्रक ड्राइवर के साथ मारपीट की है। वन दरोगा को गोली मारने की धमकी देने का भी आरोप है। आरोप है कि इस बीच ट्रक ड्राइवर ने बहादराबाद वन दरोगा आशुतोष के साथ मारपीट कर दी। यही नहीं वन क्षेत्राधिकारी दिनेश नौडियाल को भी सिडकुल-बहादराबाद फोरलेन पर गोली मारने की धमकी दी। वन क्षेत्राधिकारी दिनेश नौडियाल ने कहा कि अवैध तरीके से मिट्टी उठान की सूचना पर टीम ने ट्रक को बहादराबाद में रोका था। ट्रक चालक से मिट्टी भरने से संबंधित दस्तावेज मांगे। ट्रक चालक द्वारा कोई दस्तावेज नहीं दिखाए गए। आरोप है कि ट्रक चालक ने टीम के साथ अभद्रता कर दी। आरोप है कि विभागीय कार्रवाई शुरू होते ही ट्रक चालकों ने सारी गाड़ियां भगा दी। मिट्टी उठाने वाले परमिशन संचालक पंकज चैहान, वकील और नोशाद अली ने कहा कि वन विभाग द्वारा गाड़ियों को रोका गया था। ट्रक चालक की सूचना पर वह मिट्टी परमिशन एवं गाड़ी के रवन्ने आदि पूरे दस्तावेज लेकर गए थे। लेकिन विभाग की तरफ से ही पहले अभद्रता की गई। उन्होंने कहा कि दस्तावेज पूरे दिखाने के बाद भी उनकी गाड़ी को नहीं छोड़ा जा रहा था।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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