हरिद्वार। थाना सिडकुल क्षेत्रान्गर्त आवासीय इंद्रलोक कालोनी में चोरों ने दो घरों में लाखों के सोने, चांदी के आभूषण और नगदी की चोरी कर ली। हलांकि पीडि़ता का दावा है कि सिडकुल पुलिस ने अभी तक घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज नहीं किया है। चोरी किए गए जेवरात की कीमत दस से बारह लाख के बीच बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इंद्रलोक कालोनी निवासी सूरज चैहान की पास के ही गांव रावली महदूद में बर्तन की दुकान है। वह भूतल पर रहते हैं और पहली मंजिल पर मकान मालिक पंकज चैहान रहते हैं। बताया जाता है कि गत 30जनवरी को दोनों परिवार धनोल्टी घूमने गए थे। अगले दिन दोनों परिवार जब शाम को वापस लौटे तो मुख्यद्वार का ताला लगा हुआ था। मुख्यद्वार का ताला खोलकद अंदर दाखिल हुए तो दूसरे दरवाजे के साथ ऊपरी मंजिल का ताला टूटा मिला। अंदर फर्श पर सारा सामान बिखरा हुआ था। अलमारी के लॉकर भी टूटे हुए थे। घटना की सूचना मिलने पर सिडकुल पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। बकौल पीडि़त परिवार कि करीब दस से बारह लाख की कीमत के जेवरात एवं नगदी चोरी हुए हैं। कई अन्य कीमती सामान भी गायब है। प्रभारी निरीक्षक प्रमोद उनियाल के अनुसार चोरी के मामले की जांच कर मुकदमा भी लिखा जा रहा है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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