हरिद्वार। उत्तराखंड परिवहन निगम (रोडवेज) कर्मचारियों को पिछले दो महीने से वेतन नहीं मिला है। जिसके चलते कर्मचारियों के सामने परेशानी खड़ी हो रही है। अधिकारी मुख्यालय से ही कर्मचारियों का वेतन जारी होने की बात कह रहे हैं। हरिद्वार डिपो में लगभग 500 से ज्यादा कर्मचारी तैनात हैं। इनमें चालक, परिचालकों के साथ ही बस अड्डे पर और वर्कशॉप में तैनाती है। नवंबर के बाद से इन सभी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है। ऐसे में कर्मचारियों के सामने परेशानी खड़ी होनी शुरू हो गई है। कोरोना के कारण मार्गों पर यात्रियों की संख्या घटने के बाद इनकम में कमी आना भी वेतन न मिलने का कारण माना जा रहा है। दिसंबर और फिर अब इसके बाद जनवरी का वेतन भी रोडवेज कर्मचारियों को नहीं मिल सका है। इसके साथ ही अब कर्मचारियों की ड्यूटी भी चुनाव में लगेंगी। 12 फरवरी से रोडवेज बसें चुनाव ड्यूटी में जानी थी। लेकिन अब छह फरवरी से ही चुनाव में बसें भेजी जाएंगी। जिसके बाद चालक, परिचालकों की ड्यूटी चुनाव में लग जाएगी। वेतन न मिलने के कारण आर्थिक और मानसिक तनाव से कर्मचारी जूझ रहे हैं। बच्चों की फीस से लेकर घर चलाने में भी परेशानी खड़ी हो रही है। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी संविदा कर्मचारियों के सामने खड़ी हो रही है। उधर, उत्तराखंड परिवहन निगम के सहायक महाप्रबंधक प्रतीक जैन का कहना है कि कर्मचारियों का वेतन मुख्यालय स्तर से ही जारी होता है। जल्द ही वेतन मिलने की उम्मीद है।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
Comments
Post a Comment