हरिद्वार। महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण की मधुर वाणी ही श्रीमद्भागवत है। जो कलयुग में साक्षात मुक्ति का साधन है। जो श्रद्धालु भक्त श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कर लेता है। उसका कल्याण अवश्य ही निश्चित है। भारत माता पुरम स्थित एकादश रुद्र पीठ आश्रम में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को कथा का रसपान कराते हुए कथा व्यास महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि हरिद्वार आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों को गंगा संरक्षण एवं स्वच्छता का संकल्प अवश्य लेना चाहिए। क्योंकि युगो युगो से अविरल व निर्मल बह कर प्राणी मात्र का उद्धार करती चली आ रही पतित पावनी मां गंगा जगत की पालनहार है और करोड़ों श्रद्धालु भक्तों की आस्था का केंद्र है। उन्होंने कहा कि देवभूमि की पावन धरा पर और गंगा तट के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण का अवसर सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है। श्रीमद्भागवत कथा देवताओं को भी दुर्लभ है और युगो युगो के पुण्य उदय होने पर ही इसके श्रवण का अवसर व्यक्ति को प्राप्त होता है। राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि वर्तमान में जहां एक और पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है। वहीं भारत में धार्मिक आयोजनों के माध्यम से पूरे विश्व को धर्म का एक सकारात्मक संदेश प्राप्त हो रहा है। भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म अनादि काल से लोगों को समरसता का संदेश देते आ रहे हैं और सनातन परंपरा पूरे विश्व में भारत को महान बनाती है। उन्होंने कहा कि पतित पावनी मां दुर्गा की असीम कृपा से जल्द ही कोरोना महामारी पूरे विश्व से समाप्त होगी और देश दुनिया में खुशहाली लौटेगी। इस अवसर पर युवराज वर्मा,पंकज भाटी, कविता राज डंडोतिया, आशा देवी,राधेश्याम शर्मा, हरिमोहन शर्मा, सतीश पाराशर, राम लखन शर्मा, संतराम भट्ट,रविंद्र भट्ट, आनंद सिंह तोमर, सुरेंद्र अग्रवाल, जगतगुरु आनंदेश्वर महाराज, सुरेंद्र शर्मा, धर्मेंद्र शर्मा,प्रदीप कुमार,अनुपमा सिंह डंडोतिया सहित कई श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।
हरिद्वार। महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण की मधुर वाणी ही श्रीमद्भागवत है। जो कलयुग में साक्षात मुक्ति का साधन है। जो श्रद्धालु भक्त श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कर लेता है। उसका कल्याण अवश्य ही निश्चित है। भारत माता पुरम स्थित एकादश रुद्र पीठ आश्रम में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को कथा का रसपान कराते हुए कथा व्यास महामंडलेश्वर राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि हरिद्वार आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु भक्तों को गंगा संरक्षण एवं स्वच्छता का संकल्प अवश्य लेना चाहिए। क्योंकि युगो युगो से अविरल व निर्मल बह कर प्राणी मात्र का उद्धार करती चली आ रही पतित पावनी मां गंगा जगत की पालनहार है और करोड़ों श्रद्धालु भक्तों की आस्था का केंद्र है। उन्होंने कहा कि देवभूमि की पावन धरा पर और गंगा तट के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण का अवसर सौभाग्यशाली व्यक्ति को प्राप्त होता है। श्रीमद्भागवत कथा देवताओं को भी दुर्लभ है और युगो युगो के पुण्य उदय होने पर ही इसके श्रवण का अवसर व्यक्ति को प्राप्त होता है। राजगुरु स्वामी संतोषानंद महाराज ने कहा कि वर्तमान में जहां एक और पूरी दुनिया कोरोना महामारी से त्रस्त है। वहीं भारत में धार्मिक आयोजनों के माध्यम से पूरे विश्व को धर्म का एक सकारात्मक संदेश प्राप्त हो रहा है। भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म अनादि काल से लोगों को समरसता का संदेश देते आ रहे हैं और सनातन परंपरा पूरे विश्व में भारत को महान बनाती है। उन्होंने कहा कि पतित पावनी मां दुर्गा की असीम कृपा से जल्द ही कोरोना महामारी पूरे विश्व से समाप्त होगी और देश दुनिया में खुशहाली लौटेगी। इस अवसर पर युवराज वर्मा,पंकज भाटी, कविता राज डंडोतिया, आशा देवी,राधेश्याम शर्मा, हरिमोहन शर्मा, सतीश पाराशर, राम लखन शर्मा, संतराम भट्ट,रविंद्र भट्ट, आनंद सिंह तोमर, सुरेंद्र अग्रवाल, जगतगुरु आनंदेश्वर महाराज, सुरेंद्र शर्मा, धर्मेंद्र शर्मा,प्रदीप कुमार,अनुपमा सिंह डंडोतिया सहित कई श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।
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