हरिद्वार। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज भेल सेक्टर दो की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ किया गया। मंगलवार को शिविर के दूसरे दिन छात्र-छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता अभियान चलाते हुए रैली निकाली। सात दिवसीय विशेष शिविर का उद्घाटन नगर पालिका शिवालिक नगर के अध्यक्ष राजीव शर्मा, बहादराबाद के पूर्व ग्राम प्रधान नीरज चैहान, वात्सल्य वाटिका के प्रधानाचार्य सोम प्रकाश बलोदी, सरस्वती विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य नरेश कुमार चैहान, कार्यक्रम अधिकारी भानु प्रताप सिंह चैहान, सहायक कार्यक्रम अधिकारी मनीष शर्मा ने मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। वात्सल्य वाटिका में चल रहे विशेष शिविर के दूसरे दिन छात्र-छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरण रैली का आयोजन किया। पूर्व प्रधान नीरज चैहान, उप ब्लाक प्रमुख सुनमी चैहान, कार्यक्रम अधिकारी भानु प्रताप सिंह चैहान, सहायक कार्यक्रम अधिकारी मनीष शर्मा, आचार्य देवेश पाराशर ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। वात्सल्य वाटिका से पीठ बाजार, हरिजन बस्ती, शिव मंदिर, काली मंदिर आदि क्षेत्रों में स्लोगन पोस्टर, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। महाराणा प्रताप ग्रुप के लीडर हर्ष राय ने महाराणा प्रताप के जीवन परिचय पर प्रकाश डाला। बौद्धिक सत्र में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल बीएचएल रानीपुर से सहायक कमांडर प्रदीप कुमार थपलियाल, एएसआई विपिन कुमार शर्मा, हेड कांस्टेबल सुरेश चंद व अग्निशामक टीम ने 56 छात्रों व आचार्यों को प्रशिक्षण दिया। आग से बचाओ के विशेष गुर सिखाए। इस दौरान आचार्य दीपक कुमार, प्रवीण कुमार, बृजेश कुमार, अंकेश कुमार श्रीवास्तव, छात्र हर्ष वर्मा, उर्वशी, आयुषी, साक्षी तिवारी, शिवि त्यागी आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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