हरिद्वार। संत की मौत के बाद मृतक के परिजन एवं संत से सम्बद्व अखाड़े के संत आश्रम की सम्पत्ति को लेकर आमने-सामने आ गए है। बताया जाता है कि कनखल के ब्रह्मविहार कालोनी में जूना अखाड़े से सम्बद्व संत अभयानंद की मौत पिछले दिनों हो गई थी,संत की मौत होने के बाद उनके आश्रम की संपत्ति को लेकर परिजन एवं जूना अखाड़े के संत आमने सामने आ गए है। कनखल पुलिस ने विवाद की आशंका के मददेनजर संपत्ति को सील करते हुए रिपोर्ट सिटी मजिस्ट्रेट को भेजने की तैयारी कर ली है। पिछले सप्ताह जूना अखाड़े से जुड़े रहे संत अभयानंद (60) अपने भवन में मृतवस्था में मिले थे। स्थानीय पार्षद सुनील अग्रवाल की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह प्राकृतिक सामने आई थी। पुलिस ने संत के शव को जूना अखाड़े के संतों के सुपुर्द कर दिया था। इधर, संत की संपत्ति पर जूना अखाड़े का अधिकार जताते हुए संत धीरेंद्र पुरी ने पुलिस से संपर्क साधा था, वहीं दूसरी तरफ मूल रूप से कोलकाता के रहने वाले ब्रह्मलीन संत के भतीजे श्यामनल मंडल और अनिल मंडल ने पहुंचकर संपत्ति पर अपना दावा किया था। दोनों पक्षों के अपना-अपना अधिकार व्यक्त करने के बाद कनखल पुलिस ने संपत्ति को सील करना ही ठीक समझा। प्रभारी निरीक्षक मुकेश चैहान के अनुसार आश्रम की संपत्ति को सील करते हुए इस बाबत रिपोर्ट सिटी मजिस्ट्रेट को भेजी जा रही है। सिटी मजिस्ट्रेट कोर्ट से इस संबंध में फैसला हो सकेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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