हरिद्वार। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि सबसे बड़ा दान मतदान होता है इसलिए हर नागरिक को अपने मतदान का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की मातृशक्ति कुछ अलग हटकर है, उनकी क्षमताएं-हौसला उन्हें अन्य प्रदेश की मातृशक्ति से अलग लाकर खड़ा करती है। उत्तराखंड में खुशहाली, तरक्की और समृद्धि के रास्ते खुले यही उनका राज्यपाल के तौर पर मिशन है। हरिद्वार प्रवास के दौरान डामकोठी में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उन्हें उत्तराखंड और हर उत्तराखंडी की सेवा करने का मौका मिला है। यह उनके लिए बड़ा सौभाग्य है। कहा कि हर उत्तराखंडी की उन्हें सेवा करनी है, उनके लिए कुछ करना है, जिसका रोडमैप वह तैयार कर रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना काल में आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बेहतर कार्य किया है। उन्होंने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआं और स्वंय सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात कर उनकी समस्याएं चुनौतियों के संबंध में जानकारी ली। कहा, उनकी समस्याओं का निदान कैसे होगा, इस पर कार्य करने की आवश्यकता है। विशेषकर उनकी आमदमी में कैसे इजाफा हो इस दिशा में कार्य करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। बोले कि देवभूमि में उन्हें बतौर राज्यपाल कार्य करने का मौका मिला है इसलिए उनकी पांच प्राथमिकताएं भी हैं। विधानसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव चाहे कोई हो हर नागिरक को मतदान जरूर करना चाहिए, जिससे की लोकतांत्रिक व्यवस्था मजबूत हो।
हरिद्वार। राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि सबसे बड़ा दान मतदान होता है इसलिए हर नागरिक को अपने मतदान का इस्तेमाल अवश्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की मातृशक्ति कुछ अलग हटकर है, उनकी क्षमताएं-हौसला उन्हें अन्य प्रदेश की मातृशक्ति से अलग लाकर खड़ा करती है। उत्तराखंड में खुशहाली, तरक्की और समृद्धि के रास्ते खुले यही उनका राज्यपाल के तौर पर मिशन है। हरिद्वार प्रवास के दौरान डामकोठी में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उन्हें उत्तराखंड और हर उत्तराखंडी की सेवा करने का मौका मिला है। यह उनके लिए बड़ा सौभाग्य है। कहा कि हर उत्तराखंडी की उन्हें सेवा करनी है, उनके लिए कुछ करना है, जिसका रोडमैप वह तैयार कर रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि कोरोना काल में आशा कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बेहतर कार्य किया है। उन्होंने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताआं और स्वंय सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात कर उनकी समस्याएं चुनौतियों के संबंध में जानकारी ली। कहा, उनकी समस्याओं का निदान कैसे होगा, इस पर कार्य करने की आवश्यकता है। विशेषकर उनकी आमदमी में कैसे इजाफा हो इस दिशा में कार्य करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। बोले कि देवभूमि में उन्हें बतौर राज्यपाल कार्य करने का मौका मिला है इसलिए उनकी पांच प्राथमिकताएं भी हैं। विधानसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव चाहे कोई हो हर नागिरक को मतदान जरूर करना चाहिए, जिससे की लोकतांत्रिक व्यवस्था मजबूत हो।
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