हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने अवगत कराया है कि उत्तराखंड शासन के पत्र संख्या 1730 10 दिसंबर 2021 के द्वारा जनपद हरिद्वार में ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत के स्थानों और पदों का आरक्षण एवं आवंटन हेतु शासनादेश संख्या-1645 दिनांक 27 नवंबर, 2021 के द्वारा निर्धारित समय-सारणी को 5 जनवरी, 2022 तक स्थगित किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि शासनादेश संख्या 145 16 फरवरी, 2022 द्वारा जनपद हरिद्वार की त्रिस्तरीय पंचायतों के स्थानों और पदों का आरक्षण एवं आवंटन हेतु संशोधित समय-सारणी निर्गत की गई है, जिसके अनुसार आरक्षण प्रस्तावों का अनन्तिम प्रकाशन 22.फरवरी आरक्षण प्रस्तावों पर आपत्तियां प्राप्त करना 23 से 25 फरवरी तक जिला अधिकारी द्वारा आपत्तियों का निस्तारण 26 से 28फरवरी तक, आरक्षण प्रस्तावों का अंतिम प्रकाशन 02 मार्च आरक्षण प्रस्ताव निदेशालय को उपलब्ध कराया जाना 3मार्च तथा निदेशालय द्वारा आरक्षण प्रस्ताव शासन एवं राज्य निर्वाचन आयोग को 04 मार्च तक उपलब्ध कराया जाना है। विज्ञप्ति में यह भी बताया गया है कि पूर्व में निर्गत शासनादेश संख्या 1601 दिनांक 18 नवंबर, 2021 के क्रम में त्रिस्तरीय पंचायतों में प्रधान व प्रमुख पदों तथा ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत के सदस्यों के आरक्षण का प्रस्ताव ग्राम पंचायत कार्यालय, क्षेत्र पंचायत कार्यालय, तहसील कार्यालय, जिला पंचायतराज अधिकारी कार्यालय, जिला पंचायत कार्यालय एवं जिला अधिकारी कार्यालय के सूचना पट में लगाकर प्रदर्शित किया जाएगा तथा उक्त समय सारणी के अनुसार प्राप्त आपत्तियों का निस्तारण कर आरक्षण का अंतिम प्रस्ताव निदेशालय पंचायती राज को उपलब्ध कराया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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