हरिद्वार। वरिष्ठ नागरिक सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने भेल चिकित्सालय की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.शारदा स्वरूप को ज्ञापन सौंपकर अस्पाल में चर्मरोग विशेषज्ञ एवं एक अतिरिक्त चिकित्सक की तैनाती तथा 75 आयु वर्ग के रोगियों को पंजीकरण से छूट देने, दवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने तथा सेक्टर वन स्थित स्वास्थ्य केंद्र में दो चिकित्सकों को तैनात करने एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी एम्बुलेंस सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। संगठन के अध्यक्ष चैधरी चरण सिंह ने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आश्वासन दिया है कि नेत्र एवं चर्म रोग विशेषज्ञ की जल्द कर दी जाएगी। साथ ही वृद्ध रोगियों को पंजीकरण से छूट के संबंध में विचार विमर्श किया जा रहा है। सेक्टर दो स्वास्थ्य केंद्र से कोरोना केंद्र को समाप्त कर रोगियों के परामर्श के लिए खोल दिया जाएगा। रेफर किए जाने वाले रोगियों की स्थिति को देखते हुए पंजीकरण में छूट दी जा सकेगी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए ही एंबुलेंस की सुविधा है। प्रतिनिधिमंडल में विद्यासागर गुप्ता, चैधरी चरण सिंह, शिवचरण भास्कर, हरदयाल अरोड़ा, बाबूलाल आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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