एसटीएफ की टीम ने एक आरोपी को किया गिरफ्रतार
हरिद्वार। एसटीएफ ने लोगो को प्रलोभन देकर ठगने वाले एक अंतरराज्जीय गैंग का खुलासा करते हुए रानीपुर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि गैंग के लोगो द्वारा सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने एवं विदेशी कंपनी में निवेश का आर्कषक प्रलोभन देकर ठगी का काम करते है। गैंग का नेटवर्क आस पास के जिलों से लेकर उत्तरप्रदेश तक बताया जा रहा है। एसटीएफ का दावा है कि गैंग के अन्य सदस्य फिलहाल जेल में बंद हैं। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि गैंग के सदस्य कृष्णकांत पुत्र विनोद निवासी बद्रीश कॉलोनी बैरियर छह रानीपुर ने अपने आठ साथियों के साथ मिलकर दो साल पूर्व इंटरनेशनल बुद्धिज्म फाउंडेशन नाम से कंपनी बनाई थी। गैंग के सदस्य लोगों को बैंक तथा सरकारी योजनाओं जैसे कन्याधन, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, बेरोजगार पेंशन, बच्चों की पढ़ाई और बेटी की शादी के लिए लोन दिलाने के नाम पर अपनी कंपनी में रजिस्ट्रेशन करते थे। इसके एवज में तीन सौ से छह सौ रुपए फीस ली जाती थी। झांसा देते थे कि एक साल के अंदर दो साल का लोन पास हो जाएगा। कंपनी विदेशी कंपनी में निवेश पर साल में 30 से 40 फीसदी व्याज दिए जाने का झांसा भी देती थी। इसके लिए बकायदा एक फर्जी एफडी बनाकर उपभोक्ता को दी जाती थी। इस तरह सैकड़ों लोग कंपनी के झांसे में आ गए। बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपी के बैंक खाते से करीब 25 लाख का लेन देन हुआ है।बताया कि पकड़े गए आरोपी से एक कंप्यूटर, दो हार्डडिस्क, रसीद बुक, डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट बरामद हुए हैं। एसटीएफ के अनुसार आरोपी कृष्णकांत, अमित पुत्र प्रेमचंद निवासी मोहनपुर सहारनपुर, अक्षय पुत्र सुमेरचंद निवासी शेखपुरा कदीम सहारनपुर, अंकित कुमार पुत्र सत्यपाल निवासी बहादरपुर जट हरिद्वार, अनुज कुमार पुत्र वीर सिंह शेखपुरा कदीम सहारनपुर, जुरेश कुमार पुत्र पूरणचंद हासिमपुरा देवबंद सहारनपुर, राजू भाटिया पुत्र पल्टुराम हासिमपुरा देवबन्द सहारनपुर, शेरपाल चैहान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। खुलासा करने वाली एसटीएफ टीम में निरीक्षक अबुल कलाम, एसआई विकास रावत, हेडकांस्टेबल वेदप्रकाश भट्ट, वृजेन्द्र चैहान, कादर खान शामिल रहे।
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