हरिद्वार। व्यापारी नेता देव गंगा व्यापार मण्डल के महामंत्री पंकज माटा ने सरकार से कांवड़ मेला परंपरागत रूप से संपन्न कराने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में पंकज माटा ने कहा कि कोरोना महामारी फैलने के बाद लगाए गए लाॅकडाउन के बाद व्यापारिक गतिविधियां ठप्प हो गयी थी। व्यापारियों को लंबे समय तक मंदी का सामना करना पड़ा। इस दौरान सभी स्नान पर्वो पर रोक रही। जिससे व्यापारियों की आर्थिक स्थिति बुरी तरह चरमरा गयी है। व्यापारियों को उम्मीद थी कि कुंभ मेले से आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। लेकिन कुंभ सीमित रूप से कराए जाने के कारण व्यापारियों को कोई लाभ नहीं हुआ। पंकज माटा ने कहा कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए लाॅकडाउन को सफल बनाने में व्यापारी वर्ग ने अपनी और से पूरा सहयोग दिया। जरूरतमंदों की मदद भी की। लेकिन बार-बार मांग करने के बावजूद सरकार ने व्यापारियों की कोई मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि शारदीय कांवड़ मेला शुरू होने वाला है। ऐसे सरकार को व्यापारियों की स्थिति का ध्यान रखते हुए कावड़ मेले को उसके पारंपरिक रूप में संपन्न कराना चाहिए। जिससे व्यापारी वर्ग के राहत मिल सके।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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