हरिद्वार। जिला उपभोक्ता आयोग ने बैटरी विक्रेता व सर्विस सेंटर को खराब बैटरी देने का दोषी पाया है। आयोग ने बैटरी विक्रेता व सर्विस सेंटर को बैटरी की कीमत 34 सौ रुपये छह प्रतिशत वार्षिक ब्याज की दर से, मानसिक व शारिरिक क्षतिपूर्ति के रूप में 20 हजार रुपये, शिकायत खर्च व अधिवक्ता फीस 10 हजार और विशेष क्षतिपूर्ति के रूप में एक लाख रुपये शिकायतकर्ता को देने के आदेश दिए हैं। पहाड़ी बाजार कनखल निवासी शिकायतकर्ता संजय कुमार ने प्रोपराइटर हेमकुंड ऑटो मोबाईल देवपुरा चैक व सर्विस सेंटर एमरोन सराय रोड ज्वालापुर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि उसने स्थानीय विक्रेता से एक एमरोन कम्पनी की बैटरी 34 सौ रुपये में खरीदी थी। जिस पर बैटरी विक्रेता ने उसे 18 माह की वारंटी भी दी थी, लेकिन वारंटी कार्ड बाद में देने के लिए कहा था। इसके बाद भी स्थानीय विक्रेता ने उसे कार्ड नही दिया था। वारंटी अवधि में बैटरी खराब हो गई थी। इस पर स्थानीय विक्रेता ने उसे सर्विस सेंटर पर भेजा था। सर्विस सेंटर पर चेक करने के बाद उस बैटरी को खराब होना बताया गया था। यही नहीं, सर्विस सेंटर संचालक ने उसे उक्त बैटरी रिप्लेसमेंट में दिए जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद शिकायतकर्ता ने स्थानीय विक्रेता ने उससे खराब बैटरी के बदले नई बैटरी देने की मांग की, लेकिन स्थानीय विक्रेता ने खराब बैटरी की एवज में नई बैटरी देने से इंकार कर दिया था। शिकायतकर्ता ने कोई सुनवाई न होने पर आयोग की शरण ली। मामले की सुनवाई के बाद आयोग अध्यक्ष कंवर सैन, सदस्य अंजना चड्ढा व विपिन कुमार ने स्थानीय विक्रेता व सर्विस सेंटर को दोषी ठहराया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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