हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय हरिद्वार के आईआईसी सैल की ओर से आइडियाथन 2022 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की चीफ कंट्रोलर ऑफ एकाउंट अमिता जैन ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से छात्रों को अपनी प्रतिभा को समाज के सामने लाने के अवसर उपलब्ध होते है। बुधवार को हुई प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर हिमांशु, द्वितीय स्थान पर संतोष राठौर और तृतीय स्थान पर चिराग पटेल रहे। उनकी टीम को स्मृति चिन्ह व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि आने वाले दिनों में इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से छात्रों को विश्वविद्यालय और अधिक अवसर उपलब्ध कराएगा। सुजीत कर्माकर व वीके गोस्वामी ने छात्रों को और अधिक ऊर्जा से इस क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। मौके पर कुलसचिव डा.सुनील कुमार,वित्ताधिकारी प्रो. वीके सिंह, आईआईसी के अध्यक्ष प्रो. सत्येंद्र राजपूत, आईआईसी के सचिव डॉ राकेश भूटियानी, प्रो. आरसी दुबे, डा. अजय मलिक,डा.आशीष नैनवाल,डा.कपिल पाण्डेय,डा. विपिन शर्मा,डा. संदीप, डा. विनीत विश्नोई, डा.चिरंजीव बैनर्जी आदि शमिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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