हरिद्वार। खाद्य सुरक्षा विभाग के छह दिवसीय अभियान के दौरान पिछले माह लिए गए सभी खाद्य पदार्थों के सैंपल की रिपोर्ट आ गई है। 42 सैंपल में से 28 सैंपल विभाग की जांच में फेल हो गए हैं। विभाग ने सभी कंपनियों को नोटिस जारी कर दोबारा जांच के लिए एक माह का समय दिया है। एक माह के बाद विभाग मामले में कार्रवाई करेगा। फेल सैंपल में रिफाइंड, आटा, सूजी, सरसों का तेल, मसाला, टाफी एवं मैदा आदि शामिल हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने 16 से 21 फरवरी के बीच विशेष चेकिग अभियान चलाया था। यह अभियान केवल खाद्य पदार्थों को तैयार करने वाली कंपनियों के लिए ही चलाया गया था। टीम ने इन छह दिनों में 22 कंपनियों पर छापे मारे थे। इस दौरान कंपनियों से 42 खाद्य पदार्थ के सैंपल टीम ने लिए। खाद्य सुरक्षा विभाग रुड़की के वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अभियान के तहत लिए गए सैंपल को प्रतिदिन विशेष वाहन से लैब भिजवाया गया था। प्राथमिकता के आधार पर उनकी जांच भी कराई गई। इसके चलते 15 खाद्य सैंपल की रिपोर्ट तो तभी आ गई थी, जबकि अन्य सैंपलों की रिपोर्ट अब आई है। कुल मिलाकर 42 में से 28 सैंपल मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं, जबकि 14 खाद्य पदार्थों के सैंपल मानकों के अनुरूप हैं। सैंपल रुड़की, सलेमपुर, रामनगर, बहादराबाद, भगवानपुर, धनौरी एवं हरिद्वार आदि क्षेत्रों में स्थित कंपनियों से लिए गए थे। जिन कंपनियों के सैंपल फेल आए हैं, उनके संचालकों को नोटिस जारी कर एक माह का समय दिया गया है। वह इस दौरान मान्यता प्राप्त लैब में दोबारा खाद्य पदार्थों के सैंपल की जांच करा सकते हैं। एक माह बाद विभाग इस मामले में आगे की कार्रवाई करेगा। यदि सैंपल फिर से फेल आते हैं या फिर सैंपल की दोबारा जांच नहीं कराई जाती है तो विभाग ऐसे मामले में एडीएम कोर्ट में वाद दायर करेगा। होली को लेकर आज से चलेगा चेकिग अभियानः होली की पहचान रंगों के साथ-साथ स्वादिष्ट व्यंजन को लेकर भी है। व्यंजनों को तैयार करने वाले खाद्य पदार्थो में किसी प्रकार की मिलावट न हो, इसे लेकर जिलाधिकारी हरिद्वार के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा विभाग सोमवार से चेकिग अभियान शुरू कर रहा है। खाद्य पदार्थ में यदि मिलावट की आशंका होगी तो उसका सैंपल जांच को भेजा जाएगा। खाद्य सुरक्षा अधिकारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि व्यापक स्तर पर यह चेकिग अभियान चलेगा। क्षेत्रवासियों को भी सामान लेते समय उसकी एक्सपाइयरी तिथि एवं गुणवत्ता की जांच करनी चाहिए। यदि किसी खाद्य वस्तु में मिलावट की आशंका होती है तो इसकी जानकारी विभाग को दें।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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