हरिद्वार। कोतवाली लक्सर क्षेत्र में घर से दोस्त के साथ गया युवक संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। बाद में खून से लथपथ उसका शव जंगल में पड़ा पाया गया। बताया जाता है कि युवक को गोली लगी थी। लक्सर कोतवाली की रायसी चैकी क्षेत्र के कुड़ी हबीबपुर गांव निवासी युवक आनंद पुत्र रोड्ढा लक्सर में चैकीदारी करता था। वह लक्सर में ही एक किराये के मकान में स्वजन के साथ रह रहा था। मृतक के परिजनों के अनुसार शुक्रवार रात पड़ोस में रहने वाला उसका दोस्त संजय उसे अपने साथ घर से बुलाकर ले गया था। रात में संजय तो घर वापस आ गया, लेकिन आनंद नहीं लौटा। स्वजन ने संजय से उसके बारे में जानकारी ली तो वह गोलमोल जवाब देता रहा। इसके बाद संजय, आनंद के स्वजन के साथ उसकी तलाश भी कराता रहा। लेकिन, कोई सफलता हाथ नहीं लगी। शनिवार को केहड़ा गांव से लक्सर आ रहे ग्रामीणों ने गांव के बाहर जंगल में रास्ते के पास एक युवक का शव पड़ा होने की सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी बीएस चैहान तथा कोतवाल यशपाल सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे और शव की शिनाख्त कराई तो शव आनंद का निकला। पुलिस के अनुसार मृतक युवक को गोली मारी गई थी। जानकारी मिलने पर आनंद के स्वजन भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। एसएसपी डा. योगेंद्र सिंह रावत तथा एसपी देहात प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने घटनास्थल का मुआयना किया और घटना के बारे में जानकारी ली। सीओ बीएस चैहान ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। मृतक आखिरी बार जिस युवक के साथ गया था, उससे पूछताछ की जाएगी। बताया जाता है कि युवक घर से फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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