क्षेत्र के विकास के सपने को पूरा करने का कार्य करूॅगी-ममता राकेश
हरिद्वार। भगवानपुर विधानसभा सीट पर भाभी ममता राकेश ने बहुजन समाज पार्टी प्रत्याशी एवं अपने देवर सुबोध राकेश को करारी शिकस्त दी। जीत के बाद ममता राकेश ने कहा कि वह अपने दिवंगत पति के सपनो के साथ जनता के अपेक्षाओं को पूरा करने का कार्य करेगी। कांग्रेस प्रत्याशी ममता राकेश ने जीत की हैट्रिक लगाने के साथ ही यह भी साबित कर दिया है कि वो ही राकेश परिवार की राजनीतिक विरासत की असली हकदार हैं। कांग्रेस की ममता राकेश को 44,666,बसपा प्रत्याशी सुबोध राकेश को 39,858, जबकि भाजपा प्रत्याशी सत्यपाल सिंह को 11,998 मत मिले हैं। भगवानपुर विधानसभा की बात की जाए तो 2002 में इस सीट से सुरेंद्र राकेश बतौर निर्दलीय चुनाव लड़कर दूसरे नंबर पर रहे थे। 2007 और 2012 के चुनाव में वह बसपा के टिकट से चुनाव लड़े और जीते। वर्ष 2015 में उनका निधन हो गया। इसके बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी ममता राकेश ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। इसके बाद से राकेश परिवार में जबरदस्त फूट पड़ गई। स्व. सुरेंद्र राकेश की विरासत को लेकर लड़ाई सड़कों पर आ गई। 2017 के चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर ममता राकेश के देवर सुबोध राकेश को चुनाव मैदान में उतारा। लेकिन, मोदी लहर के बावजूद ममता राकेश चुनाव जीतने में कामयाब रहीं। इसके बाद परिवार के बीच छिड़ी जंग बढ़ती रही। 2022 के चुनाव में आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले सुबोध राकेश भाजपा छोड़कर बसपा में चले गए। जबकि, ममता ने कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ा। अब 2022 के विधानसभा चुनाव में भी ममता राकेश ने देवर सुबोध राकेश को करारी शिकस्त दी है। चुनाव जीतने के बाद ममता राकेश ने कहा कि क्षेत्र की जनता ने उन्हें जो प्यार दिया है, वह ताउम्र उसकी कर्जदार रहेंगी। उन्होंने कहा कि उनकी जीत ने साबित कर दिया कि भगवानपुर की जनता दिवंगत कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र राकेश को कितना प्यार करती हैं, वह उनके सपने को पूरा करने का काम करेंगी।
Comments
Post a Comment