हरिद्वार। सखी बहिनपा मैथिलानी समूह इकाई हरिद्वार का होली मिलन रविवार को मध्य हरिद्वार स्थित होटल में आयोजित किया जा रहा है। होली मिलन कार्यक्रम को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। कार्यक्रम में सखियां अपनी प्रतिभा के अनुसार प्रस्तुति देंगी। कार्यक्रम संयोजक प्रीति झा ने बताया कि करोना महामारी के चलते विगत 2 वर्षों के उपरांत सखी बहिनपा मैथिलानी समूह इकाई हरिद्वार का भव्य होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा पहली बार देहरादून से भी सखियां होली मिलन कार्यक्रम में भाग लेने आ रही हैं। सह संयोजक रश्मि झा ने बताया कि हरिद्वार इकाई की ओर से सांकेतिक रूप से दिपावली कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें सभी सखियां शामिल नहीं हो सकी थी। होली मिलन में सभी सखियों को शामिल होने का निमंत्रण दिया गया है और सभी सखियों ने शामिल होने की सहमति भी दे दी है। उन्होंने कहा कि होली मिलन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। सभी सखियां पूरी तैयारी के साथ आ रही हैं। कई सखियों से पहली बार मुलाकात होगी। इसके चलते सभी साखियों के मन में भारी उत्साह है। किरण झा ने बताया कि सभी सखियां कार्यक्रम में अपनी प्रतिभाओं का प्रदर्शन करेंगे। मिथिला संस्कृति से अपने विचारों को अवगत करायेंगी। कार्यक्रम में पहली बार शामिल होने वाली सखियां भी काफी रोमांचित है। वाणी झा ने कहा कि उन्होंने भी अपने कार्यक्रम के लिए काफी तैयारियां की है लंबे अंतराल के बाद सखियों से मिलने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। होली मिलन में शामिल वाली सखियों में,राखी सखी,किरण सखी,मोनी सखी प्रीति सखी, पिंकी सखी,आरती सखी,वाणी सखी, रंजना सखी,निधि सखी,ज्योति सखी,श्वेता सखी(देहरादून), रजनी सखी(देहरादून),संगीता सखी (देहरादून), प्रिया सखी(देहरादून), रश्मि सखी, प्रतिभा सखी, रीना सखी, खुशबू सखी,नीतू सखी, मुन्नी सखी, मीनाक्षी सखी, नीलम सखी, अन्नु सखी सहित अन्य सखियां शामिल होंगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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