हरिद्वार। गिरवर नाथ जन कल्याण धर्मार्थ ट्रस्ट ने जरूरतमंद बच्चों शिक्षा प्रदान करने के लिए अभियान चलाने का निर्णय लिया है। अभियान के तहत जरूरतमंद बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था करने के साथ पुस्तकें व लेखन सामग्री आदि भी निःशुल्क प्रदान की जाएगी। ट्रस्ट के अध्यक्ष कमल खड़का ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रस्ट के माध्यम से शिक्षा से वंचित रहने वाले बच्चों के लिए निःशुल्क शिक्षा अभियान चलाया जाएगा। गिरवर नाथ जन कल्याण धर्मार्थ ट्रस्ट सेवा प्रकल्पों के माध्यम से जरूरतमंदों की मदद के लिए समय≤ पर राशना, भोजन, कंबल, वस्त्र आदि आदि कार्यक्रमों का संचालन करता है। इसी क्रम में ट्रस्ट ने जरूरतमंद बच्चों की मदद के लिए निःशुल्क शिक्षा अभियान चलाने का निर्णय लिया है। अभियान के तहत शिक्षा केंद्र स्थापित कर गरीब और निराश्रित बच्चों को शिक्षित किया जाएगा। कमल खड़का ने कहा कि गरीब निराश्रित बच्चों को भिक्षा से शिक्षा की ओर आकर्षित करना ट्रस्ट का लक्ष्य है। अभियान के तहत बच्चों को किताब, कापी, पेंसिल, स्कूल बैग आदि सभी शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे उन्हें पढ़ाई में किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। नितिन श्रोत्रिय ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा शुरू किया जा रहा मुफ्त शिक्षा केंद्र ऐसे बच्चों के लिए वरदान साबित होगा। सनी वर्मा, मानवीर चैहान,नरेश बेदी,अंकित झा,राजेंद्र वधावन, अनुज जोशी, चंद्रशेखर जोशी, हर्षित शर्मा, अभिषेक शर्मा,राजू पाल,डालचंद, रामप्रसाद शर्मा, राकेश दबाड़, प्रकाश रूबाली, जोगेंद्र यादव, मनोज यादव आदि ने भी ट्रस्ट की और से गरीब बच्चों के लिए संचालित किए जाने वाले शिक्षा केंद्र में सहयोग का आश्वासन दिया।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
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