हरिद्वार। पहाड़ी महासभा द्वारा फूलों की होली का आयोजन नगर निगम टाऊन हॉल में किया गया। जिसका उद्घाटन महासभा के मुख्य संरक्षक महंत रघुवीर दास ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि होली हिंदुओं का प्रमुख त्यौहार है। होली का पर्व उत्तराखंड के सभी क्षेत्रों में अपने अपने रीती रिवाजों के साथ बड़ी धूम धाम से मनाई जाती है। होली मिलन कार्यक्रम में खड़ी और बैठकी होली की प्रस्तुति ने लोगों के मन को मोह लिया। जबकि इस दौरान अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम का शुभांरभ गणेश वंदना से की गयी। इसके बाद पर्वतीय समाज की खड़ी होली और बैठी होली की सुंदर प्रस्तुति दी गयी। इस दौरान कलाकारों ने पर्वतीय समाज की होली पर गाए जाने वाले गीत झनकारो झनकारो झनकारो गौरी प्यारो लगे तेरो झनकारो...पर लोग खूब थिरके। नन्हें मुन्हें बच्चों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। यहां पहाड़ी महासभा के अध्यक्ष सुभाष पुरोहित, महामंत्री इंद्र सिंह रावत, नंदन सिंह, दिनेश जोशी, हरीश भदुला, त्रिलोक चंद भटट, नवीन पंत आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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