हरिद्वार। ऊर्जा निगम के ज्वालापुर के कड़च्छ स्थित बिजलीघर में संविदा पर तैनात हरिराम की मौत मंगलवार को संदिग्ध हालात में हो गयी थी। हरिराम यूपी के सहारनपुर का रहने वाला था। जबकि वर्तमान में वह रुड़की के खंजरपुर में रह रहा था। कर्मचारी के परिजनों को मुआवजे व मृतक की पत्नि को नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने मृतक के शव को बिजली घर के गेट के सामने सड़क पर रखकर धरना दिया। रूड़की निवासी हरिराम धीरवाली बिजली घर में विद्युत उपभोक्ता सहायता समूह के अंतर्गत धीरवाली बिजली घर में कार्यरत था। मंगलवार की रात हरिराम का बिजली घर के पीछे बने यार्ड अचेत अवस्था में मिला। साथी कर्मचारी उसे लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे। जहां चिकित्सा ने उसे मृत घोषित कर दिया। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद परिजन और भीम आर्मी के कार्यकर्ता शव लेकर बिजली घर पहुंचे और हरिराम की मौत की जांच, मुआवजे व उसकी पत्नि को नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर शव सड़क पर रखकर धरना शुरू कर दिया। अस्पताल में परिजनों ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों का घेराव कर 20 लाख का मुआवजा और परिवार के एक व्यक्ति को विभाग में नौकरी की मांग की। मांग पर सकारात्मक जवाब न मिलने पर शव को लेकर फाउंड्री गेट के निकट बिजली घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। काफी देर तक चले हंगामे के बाद विभाग के अधिकारियों के साथ हुई वार्ता मे मुआवजा तथा मृतक की पत्नि को संविदा पर नौकरी दिए जाने पर सहमति बनी। साथ ही कर्मचारी की मौत की जांच के लिए विभाग की और से पुलिस में मुकद्मा भी दर्ज कराया गया है। विद्युत विभाग के उपखण्ड अधिकारी संदीप शर्मा ने कहा कि मृतक के सभी देयों का भुगतान नियमानुसार किया जाएगा। इसके अलावा मृतक कर्मचारी के अंतिम संस्कार के लिए सभी कर्मचारियों ने आपसी सहयोग से सहायता राशि भी परिजनों को उपलब्ध करायी है। इस दौरान राव फिरदौस, साहिल खान, विशाल प्रधान, राव जुल्फिकार, दीपक राठौर, रोहित नागयान आदि सहित कई लोग मौजूद रहे। दूसरी ओर ऊर्जा निगम के अधीक्षण अभियंता बीएस पंवार ने बताया कि रानीपुर थाने में ऊर्जा निगम ने तहरीर दी है। पुलिस मौत के कारण की जांच करेगी। उन्होंने बताया कि मुआवजे की राशि ऊर्जा निगम में जो तय है मृतक के परिजनों को दी जाएगी। इनकी मांग को उच्चाधिकारियों को भेज दिया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment