हरिद्वार। आर्यव्रत हॉस्पिटल के संचालक डा.अखिलेश सिंह कहा कि होली प्रेम और भाईचारे के साथ-साथ सामाजिक ताने-बाने को मजबूत करने वाला एक खूबसूरत त्यौहार है। जिसका हम सबको दिल खोलकर स्वागत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से समाज और परिवार में, राजनीति और सियासत में भरोसे और सेवा भाव की कमी होती जा रही है और लोग निजी स्वार्थ और हितों के लिए समाज में विघटन पैदा कर रहे हैं। ऐसे में होली के रंग और होली का त्योहार एक मौका है। जब हम अपनी भारतीय संस्कृति और परंपरा को याद करते हुए अखंड भारत और समृद्ध समाज की नींव रखने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। डा.सुचित्रा सिंह सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि होली का त्यौहार आंतरिक पवित्रता का भी संदेश देता है। यदि हम उसे अपने जीवन में उतारेंगे तो होली के रंगों की तरह हम अपने जीवन को भी रंगों से जोड़कर अमित और पावन बना सकते हैं। होली का पर्व खुशी और भाईचारे का संदेश लेकर आता है। डा.सुचित्रा सिंह ने कहा कि प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व धर्म संप्रदाय जाति के बंधन खोलकर भाईचारे का संदेश देता है। रंगो की होली मनाते समय भाईचारा कायम रखें आपस में मिलजुल कर प्रेम से होली मनाएं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment