हरिद्वार। वार्ड नं.40से कांग्रेसी पार्षद सुहेल अख्तर ने मेयर तथा नगर आयुक्त पर कूड़ा उठाने वाली कम्पनी को बचाने का आरोप लगाया है। उन्होने कहा कि कूड़ा नही रखने के सम्बन्ध में नगर निगम की बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद भी वहां कूड़ा के लिए डम्पिंग बनाना तानाशाही है। चेतावनी दी कि वे इस मामले को लेकर न्यायालय जायेंगे। शनिवार को प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सुहैल अख्तर ने कहा कि पीठ बाजार में रिहाईशी क्षेत्र में कूड़ा केंद्र बनाया गया है। कूड़े से आसपास रहने वाले लोगों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। कूड़े से उठने वाली दुर्गन्ध के कारण लोग अपने घरों में भी नहीं रह पा रहे हैं। घरों में खाना रहना भी दुभर हो गया है। दिन भर दुर्गन्ध कूड़े आती है। रिहाईशी क्षेत्र में कूड़ा घर का विरोध स्वयं वार्ड के नागरिक भी कर रहे हैं। लेकिन नगर निगम के आलाधिकारी इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। सुहेल अख्तर ने यह भी कहा कि नगर निगम बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से कूड़ा केंद्र को रिहाईशी क्षेत्र से हटाने का प्रस्ताव भी पारित हो चुका है। लेकिन अधिकारी हठधर्मिता दिखाते हुए रिहाईशी क्षेत्र मे ही आसपास के कूड़े को कूड़ा घर में ही डाल रहे हें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जनताके हित की आवाज को किसी भी सूरत में दबने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने मेयर अनिता शर्मा पर भी सहयोग ना करने का आरोप लगाया और कहा कि कूड़ा घर से उठने वाली दुर्गन्ध के कारण पीठ बाजार के नागरिक संक्रामक रोगों की चपेट में आ सकते हैं। हरिद्वार को स्वच्छता सर्वेक्षण में पहले स्थान पर लाने की मुहिम कैसे सफल हो सकती है। जब अधिकारी ही जनता की पीड़ा को नहीं समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही जिला अधिकारी से मिलकर उन्हें जनता की पीड़ा से अवगत कराते हुए कूड़ा घर हटाए जाने की मांग करेंगे। प्रैसवार्ता में कांग्रेस नेता संजीव चैधरी, पार्षद प्रतिनिधि पुनीत भी मौजूद रहे।
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