हरिद्वार। सामाजिक सेना के राष्ट्रीय प्रमुख स्वामी विनोद महाराज ने गंगा किनारे चल रहे अवैध निर्माणों पर नाराजगी जताई है। लंबे समय से गंगा की निर्मलता अविरलता को लेकर विनोद महाराज कई आंदोलन कर चुके है।ं फिर चाहे वह गंगा में अवैध खनन को लेकर हो या गंगा के दोहन की बात हो। अब गंगा किनारे चल रहे अवैध निर्माणों से नाराज स्वामी विनोद महाराज ने हरिद्वार विकास प्राधिकरण के सचिव से मुलाकात कर इस विषय में वार्ता की और कहा कि संत होने के नाते हमारा यह दायित्व बनता है कि हम समाज को सही दिशा दिखाने के साथ-साथ समाज में फैली किसी भी प्रकार की कुरीति के लिए आवाज उठाएं। उन्होंने कहा कि एक तो पहले ही कुछ भूमाफियाओं ने गंगा के अस्तित्व से खिलवाड़ करके खतरे में डाल दिया है और दूसरी ओर लगातार हो रहे अवैध निर्माण गंगा की अविरलता को तार-तार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगा के अस्तित्व से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही गंगा किनारे किए जा रहे अवैध निर्माणों को लेकर सामाजिक सेना लड़ाई लड़ेगी। जिसकी पहल करते हुए हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण के सचिव से मिलकर इस संबंध में कार्यवाही की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी की लापरवाही के चलते लगातार गंगा किनारे अवैध निर्माण हो रहे हैं। शिकायत के बावजूद भी अधिकारियों द्वारा अवैध निर्माणों के खिलाफ कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। सामाजिक सेना इसके लिए आंदोलन करेगी और जरूरत पड़ी तो हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण का घेराव भी करेगी। जिसके लिए अधिकारी एवं प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होेंगे। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के अधिकारियों की शह पर आवासीय कॉलोनी भी होटल, कंपलेक्स आदि में तब्दील हो रही है और सरकार को भी भारी राजस्व का नुकसान हो रहा है। अवैध निर्माण करने वाले लोगों को कंपाउंड के नाम पर खुली छूट मिल रही है और भ्रष्टाचार का बोलबाल है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो गंगा किनारे हो रहे अवैध निर्माणों को लेकर सामाजिक सेना कोर्ट का सहारा भी लेगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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