हरिद्वार। भेल अनुसूचित जाति एम्पलाईज वैलफेयर एसोसिएशन की और से मेट्रो हाॅस्पिटल के सहयोग से निःशुल्क चिकित्सा जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मरीजों की ईसीजी, ब्लड शुगर, वजन, ब्लड प्रेशर, आंख, नाक, कान, गला आदि जांच निःशुल्क की गयी। भेल सेक्टर वन स्थित डा.भीमराव अंबेडकर भवन में आयोजित चिकित्सा शिविर का उद्घाटन भेल महाप्रबंधक (एचआर) नीरज दवे ने किया। मेट्रो अस्पताल के सीएमओ डा.केके करोली, नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डा.राकेश रावत, नेत्र रोग विशेषज्ञ डा.अमित ने मरीजों की जांच कर उचित परामर्श दिया। नीरज दवे ने कहा कि निःशुल्क चिकित्सा जांच एवं परामर्श शिविर का आयोजन कर भेल अनुसूचित जाति एम्पलाईज वैलफेयर एसोसिएशन ने सराहनीय कार्य है। बेहद महंगी चिकित्सा के इस दौर में रोगों से पीड़ित आम लोगों को विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जांच एवं परामर्श सेवा का लाभ उठाना चाहिए। ऐसे शिविर का आयोजन लगातार किया जाना चाहिए। जिससे अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके। कुलदीप सिंह,मंजीत सिंह,सीपी सिंह ने कहा कि एसोसिएशन वर्ष भर जनसहभागिता के कार्यक्रम चला रही है। निर्धन परिवारों के बच्चों की शिक्षा भी निःशुल्क प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिविर में निःशुल्क रूप से परामर्श मेट्रो अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा दिए गए। जिसका लाभ क्षेत्र के लोगों को प्राप्त हुआ। सामाजिक गतिविधियों से ही एसोसिएशन की पहचान है। आज के भागदौड़ वाले जीवन में शारीरिक जांच अवश्य करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि खानपान पर विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। डा.भीमराव अंबेडकर शिक्षा सहभागिता कार्यक्रम की और से भी शिविर के आयोजन में सहयोग किया गया। इस अवसर पर अशोक कुमार कटारिया,मंजीत सिंह,सोमपाल सिंह, ब्रजेश कुमार,कुलदीप सिंह,सीपी सिंह, शिवकुमार, समय सिंह दाबड़े, ब्रह्मपाल सिंह, अजय कुमार, अरुण कुमार, आरके बंधू आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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