हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण के पश्चात अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के पदाधिकारियों ने उन्हें शुभकामनाएं प्रदान करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। प्रैस को जारी बयान में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री एवं श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड का चहुमुखी विकास होगा और प्रदेश की उन्नति होगी। भाजपा सरकार सभी वर्गों की हितेषी है और विकास के मॉडल पर कार्य कर रही है। जिसका लाभ भी उन्हें मिल रहा है। उत्तराखंड की जनता ने पुष्कर सिंह धामी पर दोबारा विश्वास जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के मार्गदर्शन में पुष्कर सिंह धामी अपनी कुशल कार्यशैली के माध्यम से उत्तराखंड से पलायन रोकेंगे और युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर प्रदेश के विकास के लिए नई योजनाएं लागू करेंगे। संतों के आशीर्वाद और जनता के प्यार से पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री के रूप में देवभूमि उत्तराखंड का नाम रोशन करेंगे और केंद्र एवं राज्य दोनों के समन्वय का लाभ भी उन्हें प्राप्त होगा। अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज एवं अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष महंत जसविन्दर सिंह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि संत आशीर्वाद से मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी जनता की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरेंगे। महंत विष्णु दास, महंत गोविंद दास, महंत प्रह्लाद दास, बाबा हठयोगी, महंत गुरमीत सिंह,महंत रघुवीर दास,महंत बिहारी शरण, ज्ञानगंगा गौशाला के अध्यक्ष महंत रामदास, स्वामी रविदेव शास्त्री,स्वामी हरिहरानंद, महंत निर्मल दास, महंत जसविंदर सिंह, महंत अमनदीप सिंह,स्वामी गंगादास उदासीन,महामनीषी निरंजन स्वामी,महंत रामानंद सरस्वती, महंत दुर्गादास, महंत सूरज दास सहित अनेक संतों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर शुभकामनाएं प्रदान की।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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