हरिद्वार। पतंजलि विश्वविद्यालय में होली का उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम में बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पतंजलि शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं व बच्चों के साथ फूलों की होली खेली। इस दौरान बाबा रामदेव ने लोगों से होलिका दहन के साथ विकारों का दहन करने की अपील की। कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने पतंजलि शिक्षण संस्थान में पढ़ रहे दसवीं से बारहवीं तक के छात्र-छात्राओं को देश के चुनिंदा शिक्षकों से शिक्षा दिलाने का उपहार दिया। इससे बच्चे विभिन्न विषयों की तैयारी कर पाएंगे। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कृषि से ही जीवन को निर्वाहन किया जाता है। आज के दिन किसान आधे पके अन्न का दहन करता है, ताकि उसकी फसल सर्वश्रेष्ठ हो सके। किसानों के लिए यह पर्व उन्नति व सम्पन्नता का प्रतीक है। कार्यक्रम का शुभारंभ पतंजलि शिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं ने वेदों के मंत्रोच्चारणों के साथ किया। समापन में छात्र-छात्राओं ने होली के मंगल गीत गाए। कार्यक्रम में यशदेव शास्त्री,रितंभरा,डॉ साधवी देवप्रिया, प्रो.महावीर अग्रवाल, वीसी पाण्डेय,राकेश मित्तल, डॉ. जयदीप आर्य, पारुल आदि शामिल रहीं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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