हरिद्वार। एसएमजेएन पीजी कॉलेज में सोमवार को फूलदेई पर्व धूमधाम से मनाया गया। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं कॉलेज प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने अपने संदेश में छात्र-छात्राओं और शिक्षक-शिक्षिकाओं को फूलदेई पर्व की शुभकामना प्रेषित कीं। उन्होंने कहा कि फूलदेई प्रकृति के शृंगार का लोकपर्व है। उन्होंने कहा कि यह त्योहार उत्तराखंड की संस्कृति एवं परंपराओं से जुड़ा प्रमुख पर्व है। हमें अपने लोक पर्वों एवं लोक परम्पराओं को आगे बढ़ाने की दिशा में लगातार प्रयास करने होंगे।कॉलेज के प्राचार्य डा. सुनील कुमार बत्रा ने फूलदेई पर्व की बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखंड में फूलदेई पर्व मनाने की परंपरा है। इस शुभ पर्व पर हम सबको अपने नौनिहालों से घर की देहरी पर पुष्प वर्षा कराकर उन्हें शगुन तथा उपहार देकर इस त्योहार को जीवंत बनाये रखने के प्रयास करने चाहिए। मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. संजय कुमार माहेश्वरी ने इसके धार्मिक तथा सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि त्योहार को प्रकृति की उर्वरता को उत्सव के रूप में मनाने के रूप में देखा जाना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य रूप से डा. जगदीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डा.प्रज्ञा जोशी,डा. विजय शर्मा, डा.पद्मावती तनेजा आदि सहित कॉलेज के अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment