हरिद्वार। स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर नगर निगम अधिकारियों ने कवायद तेज कर दी है। नगर आयुक्त ने बताया की इसके लिए वह प्रत्येक वार्ड में स्वच्छता समिति का गठन करेंगे। उन्होंने बताया कि समिति में वार्ड के ही लोगों को शामिल किया जाएगा। जिनके साथ बैठक कर क्षेत्र की नगर निगम संबंधि समस्याओं को सुनने के साथ उसको हल करने के लिए भी राय ली जाएगी। हरिद्वार नगर निगम को स्वच्छता में राज्य का सिरमौर बनाने के लिए नगर निगम अधिकारियों ने पुरजोर कोशिश शुरू कर दी है। नगर निगम अधिकारी अब लोगों से मिलकर नगर संबंधि समस्याओं को हल तलाशने की ओर प्रयास में लगे हुए हैं। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि वार्ड की कालोनियों की समस्या के निवारण एवं शहर को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छता समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वार्ड में स्वच्छता समिति बनायी जाएगी। जिसमें उस ही क्षेत्र की महिला, बुजुर्ग, युवा एवं समाजिक कार्यों में जुटे लोगों को रखा जाएगा। उन्होंने बताया समिति की बैठक में शहर को स्वच्छ रखने में नगर निगम क्या और कर सकता है, इस पर राय ली जाएगी। साथ ही स्वच्छता समिति के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के लिए जागरुक करने का प्रयास किया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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