हरिद्वार। पेयजल निगम के ठेकेदारों ने निगम के प्रबंधक निदेशक को ज्ञापन प्रेषित कर योजनाओं में लगने वाली निर्माण सामग्री की दरों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी करने की मांग की है। पेयजल निगम निर्माण शाखा के अधिशासी अभियंता मौहम्मद मीसम के माध्यम से प्रेषित ज्ञापन में ठेकेदारों ने कहा कि सरिया, सीमेंट, रोड़ी, रेत, पेट्रोल, डीजल के मूल्य में भारी वृद्धि के चलते योजनाओं को पूरा करने में ठेकेदारों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए योजनाओं में लगने वाली निर्माण सामग्री की दरों में 30 फीसदी की वृद्धि की जाए। जिससे ठेकेदारों को राहत मिल सके। साथ ही प्रत्येक बिल पर ठेकेदारों को मिलने वाले भुगतान में से 25 फीसदी राशि रोके जाने के प्रावधान में बदलाव कर पूर्व की भांति 10 फीसदी राशि रोकने का प्रावधान लागू किया जाए। ज्ञापन सौंपने आए कांट्रेक्टर गोयल एण्ड सन्स, गीताराम सैनी, प्रदीप शर्मा, शिवम भारद्वाज, रामचंद्र कन्नौजिया, जितेंद्र चैधरी, सुनील गुप्ता आदि ने बताया कि लगातार बढ़ रही महंगाई का असर निर्माण योजनाओं की लागत पर भी पड़ रहा है। निर्माण योजनाओं में प्रयुक्त होने वाली सामग्री रेत, सीमेंट, रोड़ी, सरिया, पेट्रोल व डीजल के दामों में भारी बढ़ोतरी हो गयी है। लेकिन ठेकेदारों को भुगतान निर्माण सामग्री की पूर्व की दरों के अनुसार ही किया जा रहा है। जिससे ठेकेदारों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए दरों को संशोधित कर 30 फीसदी की बढ़ोतरी की जानी चाहिए।
हरिद्वार। पेयजल निगम के ठेकेदारों ने निगम के प्रबंधक निदेशक को ज्ञापन प्रेषित कर योजनाओं में लगने वाली निर्माण सामग्री की दरों में 30 फीसदी की बढ़ोतरी करने की मांग की है। पेयजल निगम निर्माण शाखा के अधिशासी अभियंता मौहम्मद मीसम के माध्यम से प्रेषित ज्ञापन में ठेकेदारों ने कहा कि सरिया, सीमेंट, रोड़ी, रेत, पेट्रोल, डीजल के मूल्य में भारी वृद्धि के चलते योजनाओं को पूरा करने में ठेकेदारों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए योजनाओं में लगने वाली निर्माण सामग्री की दरों में 30 फीसदी की वृद्धि की जाए। जिससे ठेकेदारों को राहत मिल सके। साथ ही प्रत्येक बिल पर ठेकेदारों को मिलने वाले भुगतान में से 25 फीसदी राशि रोके जाने के प्रावधान में बदलाव कर पूर्व की भांति 10 फीसदी राशि रोकने का प्रावधान लागू किया जाए। ज्ञापन सौंपने आए कांट्रेक्टर गोयल एण्ड सन्स, गीताराम सैनी, प्रदीप शर्मा, शिवम भारद्वाज, रामचंद्र कन्नौजिया, जितेंद्र चैधरी, सुनील गुप्ता आदि ने बताया कि लगातार बढ़ रही महंगाई का असर निर्माण योजनाओं की लागत पर भी पड़ रहा है। निर्माण योजनाओं में प्रयुक्त होने वाली सामग्री रेत, सीमेंट, रोड़ी, सरिया, पेट्रोल व डीजल के दामों में भारी बढ़ोतरी हो गयी है। लेकिन ठेकेदारों को भुगतान निर्माण सामग्री की पूर्व की दरों के अनुसार ही किया जा रहा है। जिससे ठेकेदारों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए दरों को संशोधित कर 30 फीसदी की बढ़ोतरी की जानी चाहिए।
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