हरिद्वार। लोक सेवा आयोग उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित अपर पीसीएस परीक्षा 2021 में भूतपूर्व सैनिकों को 5 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण न दिए जाने से पूर्व सैनिकों में रोष व्याप्त है। बताते चलें कि उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित अपर पीसीएस परीक्षा 2021 में कुल 318 रिक्तियों के लिए गत 3 अप्रैल 2022 को प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन किया गया है। जिसमें लगभग एक लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। जिसका परिणाम अभी प्रतीक्षित है। लोक सेवा आयोग द्वारा जारी कुल पदों के सापेक्ष पूर्व सैनिकों को राज्य सरकार की ओर से 5 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण दिया जाता है। उत्तराखंड राज्य सरकार अन्य सभी नौकरियों में भी पूर्व सैनिकों को 5 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण देती है। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के 7 दिसंबर 2021 के विज्ञापन अनुसार कुल 318 पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। साधारण गणित से 318 पदों का 5 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लगभग 15 पद होता है और इन पदों को पूर्व सैनिकों से भरा जाना चाहिए था। परंतु जारी लिस्ट में तीन पद ही पूर्व सैनिकों के लिए आरक्षित रखे गए हैं। जिसको लेकर भूतपूर्व सैनिकों में असंतोष एवं रोष व्याप्त है। पूर्व वायु सैनिक अंकेश भाटी ने लोक सेवा आयोग में सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत राज्य सरकार द्वारा दिए गए पूर्व सैनिकों के आरक्षण को भरने के लिए कितने लोगों की 318 पदों में क्षैतिज व्यवस्था लागू की गई हैं का जबाव मांगा है। लोक सेवा आयोग द्वारा उक्त मामले की जानकारी के लिए जब आयोग की वेबसाइट में दिए गए नंबरों पर फोन किए गए तो संपर्क नहीं किया जा सका। सूत्रों के अनुसार उचित समाधान न मिलने की दशा में पूर्व सैनिक न्यायालय के दरवाजे को खटखटाने का मन बना रहे हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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