दूसरों की बात को सुनना पसंद नहीं करना हमारे व्यक्तित्व की संकीर्णता को प्रदर्शित करता है-अरूण सर्राफ
हरिद्वार। आज के दौर में मीडिया राजनीतिक संभावनाओं को तराशने का सबसे सशक्त और सार्थक उपकरण बन गया है। यह आपके एक संदेश को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर लगभग 700 करोड़ लोगों तक पहुंचाता है। जिसका दूरगामी प्रभाव आपके जीवन पर पड़ता है। ये बातें अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा द्वारा हरिद्वार में आयोजित युवा एवं छात्र इकाई के प्रशिक्षण शिविर के प्रथम सत्र में पत्रकार नधीश त्यागी ने कही। निष्काम सेवा ट्रस्ट में आयोजित इस दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में युवाओं की राजनीतिक पौध तैयार करने के लिए 5 सत्रों का आयोजन किया गया है। प्रथम सत्र का विषय मीडिया एवं डिजीटल मीडिया प्रबंधन रखा गया था। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में भारतीय मीडिया परिदृश्य काफी बदल गया है। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रगति के साथ, डिजिटल मीडिया ने काफी तेजी से विस्तार किया है। उन्होंने कहा कि अगर आप राजनीति में अपना स्थान बनाना चाहते हैं तो मीडिया का आपके लिए ओर अधिक महत्व बढ़ जाता है। परिवर्तनों के इस दौर में लोगों के साथ जुडने के लिए मीडिया सबसे बेहतर साधन है। प्रथम सत्र की समाप्ति के बाद शिविर का दूसरा सत्र आरंभ किया गया। जिसका विषय श्रोता बनना क्यों जरूरी रहा। इस सत्र में कौशल विकास विशेषज्ञ अरुण सर्राफ ने अपने अनुभवों से युवाओं को श्रोता बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि जितना जरूरी हमारा बोलना है, उतना ही जरूरी हमारा सुनना है। यदि हम दूसरों की बात को सुनना पसंद नहीं करते तो ये हमारे व्यक्तित्व की संकीर्णता को प्रदर्शित करता है। दूसरे सत्र की समाप्ति के बाद समाज के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला ने कहा कि निश्चित तौर पर आज के दोनों सत्र समाज के युवाओं के व्यक्तित्व एवं नेतृत्व विकास के लिए अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं। इस मौके पर उपाध्यक्ष पवन अग्रवाल अम्बाला, वेदप्रकाश जैन गोहाना, मीडिया कोऑर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन हरिओम मित्तल, प्रदेश महासचिव राजेश सिंगला, विकास गर्ग, वरिष्ठ उपमहामंत्री अमरनाथ गुप्ता, प्रदेश मंत्री मुकेश बंसल, प्रवक्ता सुमित गर्ग, युवा प्रदेश अध्यक्ष नवदीप बंसल, युवा प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं शिविर संचालक हिमांशु गोयल आदि उपस्थित रहें।
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