हरिद्वार। कई महीने बाद होने जा रही हरिद्वार नगर निगम की बोर्ड बैठक पार्षदो के हंगामे के चलते स्थगित हो गई। अब 5मई को बैठक बुलाई जायेगी। यह बैठक मंगलवार को टाउन हॉल में होनी थी जिसमें 10 प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखे जाने थे। इसके अलावा 2022-23 का बजट भी पास किया जाना था। लेकिन पार्षदों के विरोध के कारण आज होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई पार्षदों का आरोप था कि नगर निगम हरिद्वार द्वारा पार्षदों की अनदेखी की जा रही है और मनचाहे प्रस्ताव पास कराए जा रहे हैं ऐसा नहीं किया जाएगा और जो भी खर्च नगर निगम ने किया है उसका पूरा विवरण सभी पार्षदों को मिलना चाहिए जिस कारण बैठक को स्थगित किया गया और आने वाली 30 अप्रैल को कार्यकारिणी की बैठक और 5 मई को बोर्ड बैठक की जाएगी। मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने कहा कि पार्षदों में नाराजगी थी कि उनके प्रस्तावों को सम्मिलित नहीं किया गया है जिस कारण बैठक को स्थगित किया गया है। मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि सभी पार्षद गण मांग कर रहे थे कि पहले कार्यकारिणी की बैठक होनी चाहिए जिसके बाद बोर्ड बैठक होनी चाहिए जिसको देखते हुए आज की बैठक को स्थगित किया गया और आने वाली 30 अप्रैल को कार्यकारिणी की बैठक और 5 मई को बोर्ड की बैठक रखी जाएगी। जिसमें सभी पार्षदों के प्रस्ताव को भी सम्मिलित किया जाएगा। लेकिन आज की बैठक हमने बजट के लिए बुलाई हुई थी अगर यह बैठक हो जाती तो अच्छा रहता क्योंकि काफी समय से नगर निगम के कर्मचारियों के व सफाई कर्मचारियों के सैलरी भी नहीं जा पाई है इसलिए यह बैठक यदि हो जाती तो अच्छा रहता। नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष सुनील अग्रवाल ने कहा कि बैठक स्थगित करने का मुख्य कारण पार्षदों अंधेरे में रखकर एजेंडा जारी करना था नगर निगम अपने द्वारा किए गए काले पीले कार्यों को हमारे द्वारा पास कराना चाहते थे,जो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम सभी पार्षदों ने मिलकर मांग की है कि इस बैठक को स्थगित किया जाए और आने उन्हें आगे होने वाली बैठक में सभी पार्षदों के प्रस्ताव लिए जाएं और जो पिछली बैठकों में प्रस्ताव पास हुए हैं उन पर क्या कार्यवाही हुई है इसकी जानकारी हमें मिलनी चाहिए।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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