हरिद्वार। ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज परिसर स्थित ऑडिटोरियम में शुक्रवार को दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ हुआ। सेमिनार में आयुर्वेदिक शल्य चिकित्सा से जुड़े देश-विदेश के करीब पांच सौ से अधिक चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य बालकृष्ण एवं गुरुकुल कांगड़ी विवि के कुलपति प्रो. रूप किशोर शास्त्री ने किया। इस मौके पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आयुर्वेद चिकित्सा बहुत पुरानी पद्धतियों में से एक है। वर्तमान समय में आयुर्वेद को अपनाने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गुरुकुल कांगड़ी विवि के वीसी प्रो.रूप किशोर शास्त्री ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन होने से आयुर्वेद को मजबूती मिलेगी। आयुवेद विवि के कुलपति डॉ.सुनील जोशी ने कहा कि पहले दिन सुबह परिसर में हो रहे 15 ऑपरेशन को भी ऑनलाइन दिखाया गया। इस दौरान बीएचयू में शल्य चिकित्सा के एचओडी प्रो. एम शाहु, पौलेंड के पूर्व राजनायिक सीएम भंडारी, डॉ. संजीव शर्मा, डॉ. अजय कुमार गुप्ता, डॉ. नरेश चैधरी समेत देश के कौने कौने से आए चिकित्सक मौजूद रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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