हरिद्वार। माता राज राजेश्वरी देवी की जयंती के अवसर पर श्री प्रेमनगर आश्रम में सत्संग समारोह का आयोजन किया। इस दौरान मिशन एजुकेशन के अंतर्गत दो सौ छात्र-छात्राओं को पाठ्यसामग्री व पेयजल बोतल का निःशुल्क वितरण किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथी सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह व विशिष्ठ अतिथी एचआरडीए सचिव उत्तम सिंह चैहान एवं वार्ड पार्षद मोनिका सैनी ने किया। कार्यक्रम के दौरान माता राज राजेश्वरी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए महात्मा तारकेश्वरानंद ने कहा कि माता राज राजेश्वरी दया व करूणा का सागर थी। ममता व वात्सल्यता उनके स्वभाव की प्रमुख विशेषता थी। माता राज राजेश्वरी ने देश भर में सत्संग सम्मेलनों का आयोजन कर लोगों के हृदय में ज्ञान की ज्योति जलायी और समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में सहयोग किया। महात्मा तारकेश्वरानंद ने कहा कि सर्व व्यापक और सर्व शक्तिमान परमात्मा की शक्ति का सर्वत्र अनुभव करने वाला ही सच्चे रूप में शक्ति उपासना कर सकता है। मातृशक्ति की शक्ति को ना समझ पाने के कारण ही आज मानव समाज का चारित्रिक पतन हो रहा है। उन्होंने कहा कि सतपाल महाराज माता के पदचिन्हों पर चलकर आध्यात्म ज्ञान की ज्योति देश विदेश में फैला रहे हैं। सुशांत पाल ने कहा कि सेवा कार्यो से ही समाज को गति मिलती है। जरूरतमंद परिवारों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। मानव उत्थान में मिलजुल कर प्रयास करने चाहिए। माता राज राजेश्वरी ने देश भर में सेवा के कार्यो को प्राथमिकता से संचालित किया। इस अवसर पर आश्रम के मंत्री रमणीक भाई, प्रबंधक पवन कुमार एवं सुशांत पाल, गणेश कुमार, रोहित साहू, कामेंन्द्र वीर सैनी, रविन्द्र सैनी, दीपक तेलियान आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। माता राज राजेश्वरी देवी की जयंती के अवसर पर श्री प्रेमनगर आश्रम में सत्संग समारोह का आयोजन किया। इस दौरान मिशन एजुकेशन के अंतर्गत दो सौ छात्र-छात्राओं को पाठ्यसामग्री व पेयजल बोतल का निःशुल्क वितरण किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथी सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह व विशिष्ठ अतिथी एचआरडीए सचिव उत्तम सिंह चैहान एवं वार्ड पार्षद मोनिका सैनी ने किया। कार्यक्रम के दौरान माता राज राजेश्वरी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए महात्मा तारकेश्वरानंद ने कहा कि माता राज राजेश्वरी दया व करूणा का सागर थी। ममता व वात्सल्यता उनके स्वभाव की प्रमुख विशेषता थी। माता राज राजेश्वरी ने देश भर में सत्संग सम्मेलनों का आयोजन कर लोगों के हृदय में ज्ञान की ज्योति जलायी और समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने में सहयोग किया। महात्मा तारकेश्वरानंद ने कहा कि सर्व व्यापक और सर्व शक्तिमान परमात्मा की शक्ति का सर्वत्र अनुभव करने वाला ही सच्चे रूप में शक्ति उपासना कर सकता है। मातृशक्ति की शक्ति को ना समझ पाने के कारण ही आज मानव समाज का चारित्रिक पतन हो रहा है। उन्होंने कहा कि सतपाल महाराज माता के पदचिन्हों पर चलकर आध्यात्म ज्ञान की ज्योति देश विदेश में फैला रहे हैं। सुशांत पाल ने कहा कि सेवा कार्यो से ही समाज को गति मिलती है। जरूरतमंद परिवारों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। मानव उत्थान में मिलजुल कर प्रयास करने चाहिए। माता राज राजेश्वरी ने देश भर में सेवा के कार्यो को प्राथमिकता से संचालित किया। इस अवसर पर आश्रम के मंत्री रमणीक भाई, प्रबंधक पवन कुमार एवं सुशांत पाल, गणेश कुमार, रोहित साहू, कामेंन्द्र वीर सैनी, रविन्द्र सैनी, दीपक तेलियान आदि मौजूद रहे।
Comments
Post a Comment