हरिद्वार। जगजीतपुर के वार्ड 55 में महर्षि कश्यप जयंती धूमधाम के साथ मनायी गयी। जयंती के अवसर पर कश्यप समाज के लोगों ने महर्षि कश्यप के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और उनके दिखाए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर वार्ड पार्षद विकास कुमार ने महर्षि कश्यप जयंती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि समस्त ऋषियों में श्रेष्ठ माने जाने वाले महर्षि कश्यप का आश्रम मेरु पर्वत के शिखर पर था। लोककल्याण के लिए सदैव परमात्मा के ध्यान में मग्र रहने वाले मुनिराज कश्यप नीति प्रिय थे। स्वयं धर्म नीति के अनुसार आचरण करते हुए दूसरों को भी नीति का पालन करने का उपदेश देते थे। चंद्रभान कश्यप व अमित कश्यप ने कहा कि महर्षि कश्यप समस्त कश्यप समाज के गोत्र आचार्य हैं। महर्षि कश्यप ने वर्षो तक कठोर तपस्या कर भगवान से विभिन्न प्रकार की शक्तियां अर्जित की थी। भगवान से प्राप्त शक्तियों का उपयोग उन्होंने सदैव मानव हित के लिए किया। वह सदा सच्चे लोगों का साथ देते थ। यही कारण है कि वे मानव, दानव और देवता सभी के पूजनीय थे। उन्होंने लोगों को प्रेम एवं सद्भाव से रहने का संदेश दिया था। रोहित कश्यप व कार्तिक राजपूत ने कहा कि महर्षि कश्यप ब्रह्मा जी के मानस पुत्र व मरीची के विद्वान पुत्र थे। उन्हें अनिष्ट नेमी नाम से भी जाना जाता है। उनकी माता कला कर्दम ऋषि की पुत्री और कपिल देव की बहन थी। पुराणों के अनुसार हम सभी उन्हीं की संतानें हैं। ऋषभ कश्यप व अभय राजपूत ने कहा कि समाज को गुरु महर्षि कश्यप के दिखाए गए मार्ग पर चलने की जरूरत है। महर्षि ने समाज को एक नई दिशा दी और समाज को एकसूत्र में पिरोने के लिए उन्होंने आपसी भाइचारे को मजबूत करने का संदेश दिया। इस दौरान अभय राजपूत,मुकेश कश्यप, अक्षय कश्यप, रोहित कश्यप, निक्कू कश्यप, प्रदुमन कश्यप, विवेक कश्यप,निक्कू कश्यप, पवन कश्यप, सिमपाल कश्यप, राकेश कश्यप, सोनू कश्यप,शंकर कश्यप,मुकेश कश्यप,ऋषभ कश्यप, विपिन कश्यप, सूरज कश्यप, दिवेश कश्यप,हिमांशु कश्यप,कार्तिक राजपूत,शुभम कश्यप, नीरज कश्यप, आकाश कश्यप, राहुल कश्यप, अनुज कश्यप,विक्की कश्यप आदि कश्यप समाज के लोग उपस्थित रहे।
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