हरिद्वार। आम आदमी पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रवक्ता हेमा भंडारी ने निजी विद्यालयों पर शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत धांधली करने का आरोप लगाया है।गुरूवार को पत्रकारो से वार्ता के दौरान हेमा भंडारी ने कहा कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 के अंतर्गत कमजोर वंचित वर्ग 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए प्राईवेट स्कूलों में 25 प्रतिशत सीट आरक्षित करने का प्रावधान किया गया है। लेकिन निजी विद्यालय इस नियम को न मानते हुए विभाग और जनमानस को गलत जानकारी देकर बच्चों का हक मारने की कोशिश कर रहे है। जिसे किसी भी सूरत में सहन नही किया जाएगा। प्राइवेट स्कूल मनमानी कर आर्थिक रूप से कमजोर गरीब, प्रवासी श्रमिको, अनिसुचित जाति और जनजाति श्रेणी के बच्चों के मुफ्त शिक्षा के अधिकार हनन करते है। इस संबंध में शीघ्र ही एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राज्यपाल, मुख्यमंत्री व जिला अधिकारी को दिया जाएगा। जिला मीडिया सहप्रभारी अनिल सती ने कहा कि एक तरफ सरकारें बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए अभियान चला रही हैं। वहीं निजी विद्यालय गरीब वर्ग के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने के सरकार के आदेशों का उल्लंघन कर रहे हैं। पूर्व पार्षद और सोशल एक्टिविस्ट लखन लाल चैहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में वार्षिक आय 1 लाख रुपये है। वहीं उत्तराखण्ड में 55 हजार वार्षिक आय पर 4500 रूपए मासिक पर प्रमाण पत्र की वैधता है। जो कि पूर्णतया गलत है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और सर्व शिक्षा अभियान का नारा देने वाली सरकारें चंद माफियाओं और निजी विद्यालय संचालको की मिली भगत के कारण योजनाओं का लाभ वंचित वर्ग के लोगो को नही मिल पा रहा है। निजी विद्यालय शिक्षा का अधिकार अधिनियम का मजाक उड़ा रहे है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर जल्द ही जनांदोलन चलाया जाएगा। वार्ता में आशीष गौड़ भी शामिल रहे।
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