हरिद्वार। नगर निगम के सराय स्थित भूमि पर मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बनाने का लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। बुधवार को सेंटर बनाने का काम शुरू किया गया था। लोगों के विरोध के चलते नगर आयुक्त और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। भारी विरोध के चलते नगर आयुक्त ने सेंटर को अन्य स्थान पर ले जाने का निर्णय लिया। नगर आयुक्त का कहना है कि कुछ लोगों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को सराय स्थित ट्रंचिंग ग्राउंउ के पीछे सार्थक नगर के पास कूड़ा डालने के लिए प्लांट के चारों तरफ तारबाड़ करने का कार्य किया जा रहा था। जैसे ही ग्रामीणों को मालूम हुआ कि यहां कूड़ा डालने के लिए प्लांट बनाया जा रहा है तो उन्होंने मौके पर हंगामा शुरू कर दिया। इसकी सूचना कर्मचारियों ने अधिकारियों को दी। जिसके बाद नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती और संबंधित अधिकारी पुलिस लेकर मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन क्षेत्रीय निवासी प्लांट को दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग पर अड़ गए। काफी देर तक इसको लेकर मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने हंगामा काटा। काफी देर तक चले हंगामे के बाद नगर आयुक्त ने प्लांट को दूसरे स्थान पर बनाने की बात कही तो ग्रामीणा शांत हुए। स्थानीय निवासी हाजी कासिम अंसारी,प्रतिभा,हिमांशु, अंजलि ने बताया कि आबादी के बाद भी कूड़ा का प्लांट बनाया जा रहा है। यहां पहले से प्लांट में कूड़े के बड़े-बड़े अंबार लगे हुए हैं। लेकिन अब दूसरी जगह भी प्लांट बनने से ग्रामीणों का जीना दुश्वार हो जाएगा। पहले ही कूड़े की दुर्गंध के कारण हमारा जीवन नरक जैसा बन गया है। कूड़ा लंबे समय से सड़ने के कारण अब सबमर्सिबल से भी दूषित पानी की सप्लाई हो रही है। इस दौरान मुस्तफा, दीपिका, प्रदीप यादव,राकेश मौर्य,अंजलि,छतर सिंह यादव,प्रतिभा,आशा,सुनीता, चंदर, पूनम आदि मौजूद रहे। नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती के अनुसार प्लांट को दूसरी जगह स्थानांतरित कराने के निर्देश दिए गए हैं। मौके पर हंगामा कर सरकारी कार्य में कुछ लोगों ने बाधा पहुंचाई है,उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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