हरिद्वार। शनिवार से शुरू हो रहे नवरात्रों में सिद्धपीठ श्री दक्षिण काली मंदिर में विशेष अनुष्ठान व पूजा अर्चना का आयोजन किया जाएगा। मंदिर में दर्शन व पूजन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए मंदिर को विभिन्न प्रकार के फूलों से आकर्षक रूप से सजाया गया है। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महाण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के शिष्य स्वामी अवंतिकानंद ब्रह्मचारी ने बताया कि वर्ष में दो बार आने वाले नवरात्रों के अवसर पर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज के सानिध्य में लोककल्याण के लिए मंदिर में विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है। किंतु कोरोना के चलते दो वर्ष से अनुष्ठान का आयोजन सूक्ष्म रूप से किया जा रहा था। दो वर्ष के उपरांत कोरोना से राहत मिलने पर भव्य रूप से नवरात्र उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। अनुष्ठान में प्रमुख गणमान्य लोगों के साथ आम लोग भी सम्मिलित होकर देवी भवगती का आशीर्वाद प्राप्त कर सकेंगे। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि सिद्धपीठ श्री दक्षिण काली मंदिर में मां भगवती सदैव साक्षात रूप से विराजमान रहती हैं। नवरात्रों में मां भगवती के दर्शन, पूजन व आराधना करने वाले भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। परिवारों में सुख समृद्धि का वास होता है। प्रत्येक श्रद्धालु को नवरात्रों में मां भगवती के सभी नौ स्वरूपों की पूजा उपासना अवश्य करनी चाहिए। साथ ही देवी स्वरूपा कन्याओं के संरक्षण संवर्द्धन का संकल्प लेना चाहिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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