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चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने की एसीपी का लाभ देने और समय वेतन पर भुगतान की मांग


 हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं की उपशाखा ऋषिकुल में आयोजित बैठक में कर्मचारियों के एसीपी, लागू की गयी एमएसीपी के कारण कर्मचारियों को हो रही आर्थिक हानि, समय पर वेतन भुगतान ना होना, उपशाखा ऋषिकुल के द्विवार्षिक चुनाव आदि के विषय में चर्चा की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, जिलाध्यक्ष शिवनारायण सिंह, उपशाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह व चंद्रप्रकाश ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के साथ भेदभाव और सौतेला व्यवहार कर रही है। एमएसीपी लागू होने से चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को भारी आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। कर्मचारियों को 1800 ग्रेड पे के पहली एसीपी पर 10 वर्ष में 100 रुपये की बढ़ोतरी कर 1900 ग्रेड वेतनमान दिया जाता है। संगठन द्वारा लंबे संघर्ष के बाद 1900 के बाद 20 वर्ष में मिलने वाले ग्रेड पे 2000 को इग्नोर करते हुए 2400 ग्रेड पे दिया गया था और 30 वर्ष 2800 ग्रेड पे किया गया था। किंतु 2800 ग्रेड पे पा चुके कर्मचारियों के अलावा 10 वर्ष के बाद वालों को पुनः 2000 ग्रेड पे 20 वर्ष की सेवा में दिया जाना कर्मचारियों के साथ घोर अन्याय है। इसके लिए संघर्ष किया जाएगा। जल्द ही प्रदेश स्तर पर बैठक बुलाकर महासंघ द्वारा इस विषय पर शासन और मुख्यमंत्री से वार्ता की जाएगी। प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेन्द्र तेश्वर, जिलामंत्री राकेश भँवर, संयुक्त मंत्री मोहित मनोचा, उपाध्यक्ष दिनेश ठाकुर ने कहा कि ऋषिकुल के कई चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की एसीपी अभी भी रुकी हुई है। जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। कर्मियों को वेतन भुगतान भी समय से नही किये जा रहा है। जिससे कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। बैठक में शिवनारायण सिंह,राजपाल सिंह, मोहित मनोचा,चंद्रप्रकाश,दिनेश ठाकुर, महेश कुमार, राकेश भँवर,मनोज पोखरियाल, नितिन कुमार, सुरेंद्र, विनोद कुमार,राजेन्द्र,पप्पू, दिनेश लखेडा आदि मौजूद रहे। 


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